लखनऊ:
उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर (Om Prakash Rajbhar)ने योगी सरकार के मुगलसराय स्टेशन, इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदले जाने के फैसले का विरोध करते हुए इसे मुद्दों से भटकाने के लिए किया गया ‘नाटक’ करार दिया. साथ ही नसीहत भी दी कि भाजपा सरकार शहरों का नाम बदलने से पहले अपने मुस्लिम नेताओं का नाम बदलें. अपने बयान में मंत्री राजभर ने कहा कि भाजपा ने मुगलसराय, इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदल दिया, क्योंकि वह मुगल के नाम पर थे, यह सरासर गलत है. उन्होंने भाजपा के तीन मुस्लिम नेताओं राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी और प्रदेश सरकार के मंत्री मोहसिन रजा का नाम लेते हुए कहा कि भाजपा के तीन मुस्लिम चेहरे हैं. भाजपा शहरों का नाम बदलने से पहले इन मुस्लिम नेताओं का नाम बदले.
NDA (राजग) में शामिल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष राजभर (Om Prakash Rajbhar) ने कहा, “यह सब नाटक है, जब भी पिछड़े और शोषित वर्ग अपने अधिकार मांगने के लिए अपनी आवाज बुलंद करते हैं तो उनका ध्यान भटकाने के लिए भाजपा कोई न कोई नया मुद्दा छेड़ देती है”. उन्होंने कहा कि मुस्लिमों ने जो निर्माण कार्य देश में कराया, वह किसी और ने नहीं कराया. राजभर ने भाजपा सरकार से सवाल किया कि ‘क्या हम जीटी रोड उखाड़कर फेंक दें? लालकिला और ताजमहल को गिरा दें? इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम सिर्फ इसलिए बदल देना, क्योंकि वह मुस्लिमों के नाम पर है, यह सरासर गलत है. अगर यही सब करना है तो भाजपा ‘सबका साथ सबका विकास’ का नारा देकर जनता को बेवकूफ बनाना छोड़ दे.