राहुल गांधी ने कहा है कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने ढाई घंटे के भाषण में एक बार भी अनिल अंबानी का नाम नहीं लिया और ये नहीं बताया कि आख़िर ये ठेका अनिल अंबानी की कंपनी को कैसे मिला.
उन्होंने कहा है, “मैं रक्षा मंत्री सीतारमण और पूर्व रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर पर आरोप नहीं लगा रहा हूं. मैं ये बात साफ़ करना चाह रहा हूं कि आप लोगों ने एक झूठ को छिपाने के अलावा कुछ नहीं किया है. लेकिन मैं साफ बताना चाहता हूं कि नरेंद्र मोदी इस स्कैम में सीधे-सीधे शामिल हैं.”
राहुल गांधी ने निर्मला सीतारमण से तीन सवाल पूछते हुए कहा, “मैं ये पूछना चाहता हूं कि अनिल अंबानी को इस कॉन्ट्रेक्ट में लाने का फ़ैसला किसने किया. इसके साथ ही आपने ये जवाब नहीं दिया कि विमान के दाम कैसे बढ़े. और अगर पड़ोस इतना ख़तरनाक हो गया है तो आपने विमानों की संख्या को 126 से 36 क्यों कर दी. अगर आपको विमान सही दाम पर मिल रहे थे तो 126 क्यों नहीं खरीदे.”
सीतारमण ने कांग्रेस को घेरा
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को संसद में रफ़ाल डील के मुद्दे पर विपक्ष के सवालों के जवाब देते हुए कांग्रेस पार्टी को निशाने पर लिया है.
सीतारमण ने रफ़ाल मुद्दे पर कहा, “हमारी सरकार ने एचएएल को वायुसेना के लिए क़रीब एक लाख करोड़ रुपये के विमान बनाने का ठेका दिया है. कांग्रेस हमारे ऊपर एचएएल की अवहेलना करने का आरोप लगाती है. लेकिन जब कांग्रेस सत्ता में थी तो उन्होंने दस साल के समय में एचएएल के लिए कुछ क्यों नहीं किया. कांग्रेस पार्टी एचएएल के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाना बंद करे.”
‘हम रक्षा का सौदा नहीं करते‘
निर्मला सीतारमण ने कहा है, “रक्षा सौदों और रक्षा से जुड़े मामलों का सौदा करने में अंतर होता है, हम राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रक्षा सौदे करते हैं, रक्षा से जुड़े विषयों का सौदा नहीं करते हैं.”
उन्होंने ये भी कहा, “पूर्व रक्षा मंत्री के पास एयरक्राफ़्ट की कीमत अदा करने के लिए पर्याप्त समय था, लेकिन पूर्व रक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार के पास विमान खरीदने के लिए धनराशि नहीं है, जो कि ये सिद्ध करता है कि यूपीए सरकार विमान खरीदने के प्रति गंभीर नहीं थी.”
एचएएल से क्यों नहीं बनवाया हेलिकॉप्टर
निर्मला सीतारमण ने अपने भाषण में अगस्ता वेस्टलैंड के मुद्दे को शामिल करते हुए कहा, “हेलिकॉप्टर को एचएएल भी बना सकता था लेकिन यूपीए सरकार ने एचएएल से हेलिकॉप्टर नहीं बनवाया क्योंकि एचएएल से इन्हें सिर्फ़ हेलिकॉप्टर मिलता और कुछ नहीं.”
सुप्रीम कोर्ट ने दी क्लीन चिट
रक्षामंत्री सीतारमण ने सुप्रीम कोर्ट को दिग्भ्रमित करने के आरोप पर बोलते हुए कहा कि कोर्ट ने इस मामले की सुनवाई करने के बाद कहा है कि कोर्ट को 36 विमानों की खरीद में कोई भी ऐसी बात नहीं दिखी है जिसकी वजह से हस्तक्षेप किया जाए और कुछ लोगों की धारणा किसी जांच का आधार नहीं हो सकती है.