13 जून 1947 को जन्में श्री विवेक नारायण शेजवलकर, 17वीं लोकसभा में ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के सांसद है। जिनका आज जन्मदिन है। राजनीतिक वातावरण और बड़े-बड़े राजनेताओं और संघ के मुखिया रहे व्यक्तित्वों का सानिध्य उन्हें बचपन से ही मिलता रहा है जो आज उनके व्यक्तित्व और कृतित्व में स्पष्ट दिखाई देता है यही कारण है कि आपने अपने राजनीतिक जीवन में पद को अपने व्यक्तित्व के ऊपर कभी हावी नहीं होने दिया है। आपके पिताजी श्री नारायण कृष्ण शेजवलकर (काकाजी) एक अभिभाषक होने के साथ राजनीति से जुडे और ग्वालियर महापौर रहने के साथ एक बार राज्यसभा सांसद एवं छटवीं व सांतवी लोकसभा में ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र से सांसद भी रहे।
राजनीति उन्हें विरासत में मिली ऐसा कई बार सुनने को मिलता है, पर जितना यह सत्य है उतना ही यह भी सत्य है कि विरासत में राजनीति के साथ उन्हें कुछ महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां भी मिली जिसे वह पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभा रहे हैं। राजनीति में सबको साथ लेकर चलना निरअभिमानी रहकर कार्य करना राजनीति में सुचिता और प्रतिबद्धता के साथ ईमानदारी से जनसेवा करने के साथ-साथ एक धेयनिष्ठ कार्यकर्ता और स्वयंसेवक के रूप में कार्य करने की जिम्मेवारी भी उन्हें राजनीतिक पारिवारिक विरासत में मिली है।
सहजता और सरलता उनके व्यक्तित्व के महत्वपूर्ण गुण हैं जो उनकी कार्यशैली में स्पष्ट दिखाई देते हैं उनकी कार्यशैली विचार और व्यवहार में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करना उनकी कार्यशैली में स्पष्ट परिलक्षित होता है। आप अपने मान अभिमान और सम्मान के लिए कभी स्वेच्छा से अपने आप को आगे नहीं बढाते। फोटो फोकस की राजनीति से सदैव अपने को दूर रखने वाले सांसद ग्वालियर शहर की कई महत्वपूर्ण संस्थाओं के स्थायित्व में अग्रणी रहे हैं, नागरिक सहकारी बैंक ग्वालियर में संचालक एवं सचिव पदों पर अनेक वर्षों तक कार्य करते हुये सहकारिता के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान दिया है।
शहर की अनेकों सामाजिक संस्थाओं और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख प्रकल्पों में एक स्वयंसेवक के रूप में आप आज भी समर्पित भाव से कार्य कर रहे हैं। लगभग 45 वर्षों से अधिक के राजनीतिक जीवन में आपने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया। आप ग्वालियर जिले के भारतीय जनता पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे। आपकी निष्ठा, कार्यकुशलता और समर्पित भाव को दृष्टिगत रख वर्ष 2004 में आपको ग्वालियर विकास प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया गया वहीं प्रथम बार आप 2004 और 2014 में दूसरी बार महापौर पद के लिये विजयी हुये। दो बार आप ग्वालियर नगर के महापौर रहे। वर्ष 2017 में आप महापौर परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी चुने गये। वर्ष 2019 में 17वीं लोकसभा के चुनाव में आप ग्वालियर क्षेत्र से ऐतिहासिक मतों से विजयी हुये। और ग्वालियर लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने गये।
कम बोलना और ज्यादा सुनना आपकी कार्यशैली का हिस्सा है। जन आक्रोश को भी आप बिना विचलित हुए बड़े धैर्य और गंभीरता से सुनते हैं और उस समस्या का समाधान करते हैं आपकी जीवन शैली में परउपदेश कुशल बहुतेरे को कोई स्थान नहीं है, वह जैसा कहते हैं कार्यकर्ताओं को बताते और समझाते हैं वैसा सब अपने व्यवहार और आचरण में पालन करते हैं समाज के सभी व्यक्तियों और कार्यकर्ताओं को कार्य के प्रति ईमानदार होना चाहिए जैसी बातों को अमल में रखकर कार्य करते हैं झूठ बोलने से आपको सख्त नफरत होने के साथ सत्ता और विपक्षी की बुराई कर नंबर बढाओं राजीतिक के आप पक्षधर नहीं है।
कार्यक्रम स्थल पर समय पर पहुंचना, समय की पाबंदी, स्पष्ट बात कहना कार्यकर्ताओं में गरीब और अमीर के भाव को लेकर कोई अंतर उनके कार्य व्यवहार में कभी परिलक्षित होता दिखाई नहीं देता, कार्यकर्ताओं की बातों को पूरी तन्मयता के साथ सुनना और यथासंभव मदद करना आपकी कार्यशैली का हिस्सा है। बदलते राजनीतिक परिदृश्य में बढ़ती चकाचौंध से आप सदैव अपने को दूर रखते हैं समय-समय पर मिलने आने वाले कार्यकर्ताओं द्वारा बार-बार माला लेकर स्वागत करने पर आपको यह कहते सुना जा सकता है कि बार-बार मालाओं पर पैसा खर्च मत किया करो, बार-बार मालाओं से स्वागत भी उन्हें अच्छा नहीं लगता है।
वर्तमान राजनीति का मैदान बहुत ही उबड-खाबड और अनिश्चितताओं से भरा हुआ है। व्यर्थ और अर्थ, राजनीति की कसौटी का आधार बनता जा रहा है। ऐसे समय में आप सहजता सरलता और सालीनता से कार्य कर नये कार्यकर्ताओं को राजनीति से जोडकर उनमें कर्तव्यनिष्ठा, ध्येयनिष्ठा और ईमानदारी से कार्य करने के भाव को बढाने का कार्य कर रहे है। आपका अनुभवी और स्नेही मार्गदर्शन हमको सदैव मिलता रहे। आपके जन्मदिन पर आपको बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभकामना।
*-आदेश शर्मा/आशुतोष गुप्ता*
निज सचिव
मा. सांसद ग्वालियर