कांग्रेस में शामिल होने के दूसरे ही दिन जानी मानी फिल्म अभिनेत्री उर्मिला मातोंडकर ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि देश में असहिष्णुता बहुत ही बढ़ गई है. उर्मिला बुधवार को कांग्रेस में शामिल हुई थीं लेकिन दूसरे ही दिन केंद्र में सत्तारूढ़ दल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. उन्होंने सिलसिलेवार तरीके से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ निशाना साधा और मोदी सरकार और उसकी नीतियों पर सवाल उठाए. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि मोदी व्यक्तिगत तौर पर अच्छे आदमी हैं, लेकिन उनकी नीतियां अच्छी नहीं हैं.
मुंबई में इंडिया टुडे से बातचीत में करते हुए उर्मिला ने कहा, ‘मैंने गांधी जी और नेहरू जी के बारे में काफी कुछ पढ़ा है. मेरा परिवार और उसकी पृष्ठभूमि कांग्रेस पार्टी की विचारधारा से जुड़ी रही है. यह लोकतांत्रिक देश है. लोग जो चाहते हैं उन्हें बोलने, खाने की आजादी होनी चाहिए, लेकिन आज के हालात देखिए.’ उन्होंन कहा कि लोग धर्म के नाम पर एक दूसरे से लड़ रहे हैं. लोगों में एक दूसरे के खिलाफ नफरत भर गई है. धर्म के नाम पर एक दूसरे को मारने पर लोग आमदा हैं. देश में मॉब लिंचिंग की कितनी घटनाएं देखने को मिली हैं.
इस सवाल पर कि कांग्रेस में शामिल होने से पहले आप क्यों नहीं बोल रही थीं?, उर्मिला ने कहा, ‘मैं घर और दोस्तों के बीच काफी मुखर रही हूं, लेकिन अब मुझे मंच मिल गया है और अब मैं सिर्फ चारदीवारी के भीतर नहीं बोलूंगी, मैं अपनी बात अब खुले तौर पर कहूंगी.’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं यहां सिर्फ चुनाव के लिए नहीं आई हूं. मुद्दों पर मेरी लड़ाई जारी रहेगी. मैं यहां लंबी पारी खेलने के लिए आईं हूं. मैं मुंबई से हूं और यहां के लोगों की समस्याओं से अवगत हूं.’ हालांकि किस सीट से चुनाव लड़ेंगी उन्हें उसकी जानकारी नहीं है.
उर्मिला मातोंडकर बुधवार को अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत करते हुए कांग्रेस में शामिल हुई थीं. उर्मिला ने पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला, कांग्रेस की मुंबई इकाई के अध्यक्ष मिलिंद देवड़ा और पूर्व अध्यक्ष संजय निरुपम की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी. इससे पहले उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. कांग्रेस में शामिल होने के बाद उर्मिला ने कहा, ‘सक्रिय राजनीति में यह मेरा पहला क़दम है. मैं राजनीति में ग्लैमर के कारण नहीं आई हूं. मैं विचारधारा के कारण कांग्रेस में आई हूं. आज अभिव्यक्ति की आजादी पर सवाल खड़े हो गए हैं. बेरोजगारी काफी बढ़ गई है.’ उर्मिला 1990 के दशक में हिंदी सिनेमा की शीर्ष अभिनेत्रियों में गिनी जाती थीं. उन्होंने रंगीला, सत्या, खूबसूरत, जुदाई, जंगल और कई अन्य कामयाब फिल्मों में काम किया है.