ग्वालियर। आज फूलबाग स्थित ग्वालियर प्रेस क्लब पर प्रात: 9 बजे से 12 बजे तक सफाई अभियान चलाया गया। इस मौके पर प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश शर्मा एवं सचिव सुरेश शर्मा विशेष रूप से मौजूद थे। तीन घंटे तक चले सफाई अभियान के दौरान पौधों को संरक्षित रखने के लिये पौधों की छटाई की गई वहीं बीते 6 जुलाई को परिसर में किये गये पौधारोपण की पौधों के गोले बनाकर गुढ़ाई की गई। परिसर में लगे गाजर घांस को हटाया गया। ग्वालियर प्रेस क्लब परिसर अब पुन: साफ सुथरा हो गया है।
बता दें कि ग्वालियर प्रेस क्लब परिसर में बीते वर्षों में लगाये गये पौधे अब अब पेड़ बनकर सामने आ रहे हैं। परिसर में नीम, पीपल, ईमली, शीसम, बढ़, जामून, सेतूत, बैरपत्र, बैर, नींबू, आम, ग्वारपाठा, तुलसी, देशी अकऊआ सहित गुढहैल, एवं अन्य फूलदार वृक्ष लगे हैं। प्रशासन द्वारा 8 अगस्त को होने वाले पौधोरोपण महाभियान में प्रेस क्लब बढ़-चढ़ कर भागीदारी करेगा। इस मौके पर उपस्थित प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेश शर्मा ने कहा कि वर्तमान दौर में पर्यावरण असंतुलन की सबसे बड़ी समस्या ग्लोबल वॉर्मिंग है तथा जिसकी वजह से पृथ्वी का तापमान बढ़ रहा है और मानव जीवन के कदम विनाश की ओर बढ़ रहे हैं। ऐसे समय में अगर हमने पर्यावरण को बचाने के लिए कोई बड़ा कदम नहीं उठाया तो वह दिन दूर नहीं, जब हमारा अस्तित्व ही खतरे में पड़ जाएगा उन्होने कहा कि कहा कि धरती पर जीवन के लिए अत्यंत जरूरी तत्वों में से जल और आक्सीजन प्रमुख हैं।
हम यह भी जानते हैं कि धरती पर आक्सीजन के मुख्य स्त्रोत पेड़ ही हैं, लेकिन हम इन्हें संरक्षित करने में हिचकिचा रहे हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए। पेड़ होंगे तो हमारा जीवन चलेगा। प्रत्येक व्यक्ति को जिदा रहने के लिए पेड़ों की जरूरत होती है। इसके लिए जरूरी है कि हम अधिक आक्सीजन वाले पौध रोपण करें। यही नहीं इससे और अधिक जरूरी है कि हम इन पौधों की सुरक्षा करें। हमे खाली भूमि पर शीशम, पीपल, बरगद, अमरूद, आंवला, सागौन के पौधे लगाए जाने की जरूरत है।
प्रेस क्लब के सचिव सुरेश शर्मा ने कहा कि पेड़-पौधे हमारे वायुमंडल में उद्योग तथा मानवीय कचरे आदि के कारण अनेक जहरीली गैस तथा रसायन मिल जाते हैं। इन जहरीली गैस तथा रसायनों को वायुमंडल से साफ करने में अहम भूमिका निभाते हैं, इसलिए हमें पौधे ज्यादा से ज्यादा लगाने चाहिए। अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाने में पेड़ों द्वारा हमें एक मजबूत कवच प्रदान किया जाता है जिससे त्वचा कैंसर तथा अन्य बीमारियों से सुरक्षा मिलती है। सबसे अहम बात यह है कि पेड़ वर्षा लाने में भी सहायक होते हैं। जहां पर पेड़-पौधों की संख्या ज्यादा होती है। वहां पर बरसात भी ज्यादा होती है।