* अंजुमन इस्लाम वक्फ कमेटी अध्यक्ष/सदर टोनी शाह का कार्यकाल रहा एक साल बेमिसाल
* …जब किसी ने मस्जिद बनाने जगह नहीं दी थी तब भी उनके पूर्वजों ने जमीन दान कर लिया था खुदा से आशीर्वाद
(संतोष कुमार मीना)
आम सभा, गुना।
मक्सूदनगढ़ मध्य प्रदेश वक्फ बोर्ड भोपाल ने एक बार फिर अंजुमन इस्लाम वक्फ कमेटी का अध्यक्ष (सदर) टोनी शाह को नियुक्त किया है। उल्लेखनीय है कि उनके कार्यकाल के दौरान जिला गुना के मक्सूदनगढ़ के कब्रिस्तान, मस्जिदों में सरायनीय कार्य किए जाते रहे हैं। जिसमें सीसीटीवी कैमरा, कब्रिस्तान की बाउंड्री, मस्जिद का टीन शेड, नाली, गटर की खुदाई और वक्फ बोर्ड की संपत्ति पर किए गए कब्जे अतिक्रमण को हटवाया जाकर सुरक्षित की गई हैं।
दरअसल यही बजह है कि मप्र वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डॉ सनवर पटेल ने उनके कार्यकाल को देखते हुए पुन: भरोसा जताते हुए टोनी शाह की नियुक्ति की थी। नियुक्ति के बाद एक बार फिर श्री शाह द्वारा सरायनीय कार्य मक्सूदनगढ़ में कराए जा रहे हैं। जिसमें रमजान के महीने में विशेष नमाज, तरावी के लिए बाहर से दोनों मस्जिदों में दो इमाम को बुलाया जाता था, तब कहीं रमजान की विशेष नमाज हो पाया करती थी। जिसे देखते हुए सदर टोनी शाह ने इस समस्या को दूर करने के लिए दोनों मस्जिदों में बाहर से दो इमाम को बुलवाया है, जो मक्सूदनगढ़ में रहकर रमजान के महीने में विशेष नमाज तरबी के साथ-साथ दोनों मस्जिदों में पांचों टाइम की नमाज, नमाजियों को पढ़ा रहे हैं। साथ ही मस्जिदों के इमाम की वेतन को भी बढ़ाया गया और दोनों इमाम को रूकने की व्यवस्था भी की गई है। जमा मस्जिद में इमाम के कमरा, लैट्रिन, बाथरूम, किचिन बनाकर भी तैयार कर दिया है, ताकि इमाम साहब को कोई परेशानी ना हो। यह सब कुछ काफी लंबे संघर्ष के बाद टोनी शाह के कार्यकाल में ही हुआ। वक्फ जमा मस्जिद मक्सूदनगढ़ की 6 दुकानों का किराया भी बढ़ गया है, जिससे वक्फ बोर्ड की आमदनी अब कई गुना बढ़ गई है।। उधर ईदगाह मस्जिद की पुताई और पुट्टी भी कराई गई।
मक्सूदनगढ़ पुरानी ईदगाह मस्जिद का इतिहास भी टोनी शाह और उनके परिवार से जुड़ा हुआ है यह सभी को ज्ञात है। आपको बता दें कि मक्सूदनगढ़ के राजा ने कस्बे में मस्जिद बनाने के लिए सभी मक्सूदनगढ़ के मुस्लिम समाज के लोगों को बुलाया था और कहा कि, मैं मस्जिद बनवाना चाहता हूं। आप में से कोई जगह दे दीजिए, मैं उस जगह पर मस्जिद बनवा दूंगा। तब मक्सूदनगढ़ के किसी भी मुस्लिम समाज के व्यक्ति ने अपनी जमीन मस्जिद बनाने के लिए नहीं दी थी। उस दौरान शब्बीर अली के पूर्वज, अपने आंगन में मस्जिद बना रहे थे और बकरियां चराने जंगल में जाया करते थे। इस तरह वह एक-एक पत्थर रोज लेकर आया करते थे और उस पत्थर को अपने आंगन में बना रहे मस्जिद की नींव में लगा दिया करते थे। जब मक्सूदनगढ़ में किसी भी मुस्लिम समाज के व्यक्ति ने मस्जिद बनाने के लिए जगह नहीं दी तो साबिर अली, सफदर अली और टोनी शाह पुत्रगण शब्बीर अली के पूर्वजों जो अपने आंगन में मस्जिद बना रहे थे उन्होंने अपने आंगन में 20वाई20 400 स्क्वायर फिट मस्जिद बनाने के लिए जगह दान में दी थी। यही कारण है कि अध्यक्ष श्री शाह के परिवार को मस्जिद वालों के नाम से भी मक्सूदनगढ़ में जाना जाता है।
वक्फ बोर्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है पुरानी ईदगाह
इस मस्जिद को अब पुरानी ईदगाह मस्जिद के नाम से जाना जाता है। यह तहसील रिकॉर्ड एवं 1995 वक्फ बोर्ड रिकॉर्ड में दर्ज है और वक्फ बोर्ड 1995 रिकॉर्ड में ही 20वाय30=600 स्क्वायर फिट एक कच्चा मकान भी दर्ज है जिसका फाउंडेशन भरा हुआ है, जो दीपक शर्मा के पास स्थित है। जबकि पुरानी ईदगाह मस्जिद में आने जाने का रास्ता भी टोनी शाह की जगह में से ही है। इस मस्जिद में टोनी शाह द्वारा अब केई प्रकार के काम कराए जा रहे हैं जिसकी हर कोई तारीफ कर रहा है। उनके द्वारा मस्जिदों और कब्रिस्तान के साथ ही बच्चों की शिक्षा पढ़ाई पर भी ध्यान दिया जा रहा है। साथ ही टोनी शाह ने मप्र वक्फ बोर्ड अध्यक्ष डॉ सनवर पटेल का एवं गुना वक्फ जिला अध्यक्ष जाकिर बावड़ी का शुक्रिया अदा किया है। साथी कहा कि आगे भी अध्यक्ष के नेतृत्व में काम किया जाता रहेगा, ताकि कौम के लोगों की भलाई हो सके।