नई दिल्ली : लोकसभा में कल तीन तलाक बिल पेश होगा. बीजेपी ने इसको लेकर 3 लाइन का व्हिप भी जारी कर दिया है. इससे पहले खबर आई थी कि सरकार लोकसभा सत्र 10 दिन के लिए बढ़ा सकती है क्योंकि इस सत्र में मोदी सरकार कई लंबित बिल पास करवाना चाहती है.
लोकसभा में गुरुवार को तीन तलाक पर चर्चा के लिए बिल पेश किया जाएगा. केंद्र सरकार पहले ही लोकसभा में यह बिल पेश कर चुकी है. सरकार की कोशिश यही है कि इस बिल को पास करा लिया जाए.
मोदी सरकार ने पिछली बार भी इस बिल को लोकसभा में पास करा दिया था, जिसके बाद इसे राज्यसभा भेजा गया. राज्यसभा में अल्पमत होने की वजह से यह बिल केंद्र सरकार पास नहीं करा सकी. विपक्षी पार्टियों ने इस बिल को वापस सेलेक्ट कमेटी के पास भेजने की मांग की थी, हालांकि इस मांग को सरकार ने खारिज कर दिया था.
लोकसभा में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन समेत कई विपक्षी दल तीन तलाक पर बने कानून का विरोध करते आ रहे हैं.
इससे पहले लोकसभा में बिल पेश होने के दौरान कांग्रेस शशि थरूर ने कहा था कि यह विधेयक ने मुस्लिम महिलाओं को कोई लाभ नहीं पहुंचाएगा, उन्होंने कहा कि मुस्लिम महिलाओं की सुरक्षा के बजाय, विधेयक मुस्लिम पुरुषों का अपराधीकरण करता है.
वहीं ओवैसी ने भी तीन तलाक बिल को मुस्लिम पुरुषों के खिलाफ और संविधान की मूल भावना के खिलाफ बताया था. उन्होंने कहा था कि हिंदू विवाह अधिनियम के तहत अगर कोई पुरुष अपनी पत्नी को छोड़ता है, तो उसे एक साल की जेल का प्रावधान है. ऐसा प्रावधान क्यों किया जा रहा है कि मुस्लिम पुरुषों को इसी अपराध में कहीं अधिक कड़ी तीन साल की सजा मिलेगी.