आम सभा, भोपाल। सभ्यता के सतत विकास का आधार सृजनशीलता एवं नवीनता का गुण सिर्फ और सिर्फ मानव में ही पाया जाता है जिस हेतु विद्योचित गुणों का विकास विद्या एवं ज्ञान की वाग्य देवी माँ सरस्वती के आशीर्वाद से ही संभव है। वसंत पंचमी अर्थात माघ शुक्ल पक्ष पंचमी को माँ सरस्वती का प्राकट्य श्रृष्टि में विद्या, ज्ञान एवं कला के विकास हेतु हुआ था। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी माँ सरस्वती पूजनोत्सव का आयोजन काफी धूम धाम से बिहार सांस्कृतिक परिषद् द्वारा सरस्वती देवी मंदिर में किया गया है।
परिषद के महासचिव सतेन्द्र कुमार ने कहा कि वर दे वीणा-वादनी वर दे, प्रिय स्वतंत्र रव, अमृत नव, भारत में भर दे- इस उद्घोष के साथ वसंत पंचमी के शुभ अवसर पर बिहार सांस्कृतिक परिषद, भोपाल द्वारा विद्या एवं ज्ञान की वाग्देवी माँ सरस्वती पूजनोत्सव का 63वे वर्ष धूम-धाम एवं हर्षोल्लास के साथ आयोजन किया गया। प्रातःकाल पूजा एवं हवन के बाद हिन्दू संस्कारों में से एक “शिक्षा संस्कार” एवं महाआरती के बाद भंडारा प्रसादी वितरित किया गया। इस अवसर पर बिहार की लोक संस्कृति “भजन-कीर्तन” की प्रस्तुति पूर्वांचल के लोक कलाकारों की मंडली द्वारा किया गया। लोक कलाकारों की मण्डली के भजन एवं कीर्तन से उपस्थित दर्शकों को भक्ति भाव से ओत प्रोत कर दिया।
इस अवसर पर पीपुल्स डेंटल कॉलेज के चिकित्सकों द्वारा डेंटल चेकअप एवं मोबाइल क्लीनिक मरीजो का इलाइज किया, सरस्वती मंदिर डिस्पेंसरी सम्बद्ध शासकीय हेम्योपैथीक चिकित्सालय एवं महाविद्यालय द्वारा मेडिकल कैंप तथा औषधि वितरण किया गया। लोगों में कोरोना से बचाव एवं स्वच्छता के प्रति संवेदनशील बनाने हेतु स्टाल भी लगाया गया।
इस गरिमामय धार्मिक आयोजन के शुभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप मनोज वर्मा, एस.डी.एम., गोविन्दपुरा, भोपाल समेत पूर्व कार्यपालक निदेशक शशि रंजन प्रसाद, भेल के महाप्रबंधकगण राकेश सिंह, रबिन्द्र कुमार राय, अविनाश चंद्रा जी, शासकीय हेम्यो. मेडिकल कॉलेज के सुपरिटेंडेंट, डॉ सुनीता तोमर, स्टेशन डायरेक्टर एस के सिन्हा, कामेश्वर सिंह, सुरुचि कुमार, पृथ्वीराज सिन्हा, महेश गुप्ता, अनिल बंधु, अरुण विश्वकर्मा, रामरतन प्रसाद सिंह, रामनंदन सिंह, धर्मेन्द्र कुमार, हरिशंकर प्रसाद, अनिल कुमार, अनंत साहू, दिनेश सिंह, संजीव कुमार, अमित शर्मा, जितेंद्र कुमार, संजय साह, सूर्य कुमार सिंह, नीरज कुमार, कृष्णा कुमार, शुभम पाठक, प्रांजय कुमार, सीताराम शाह एवं काफी संख्या में श्रद्धालु एवं भक्तजन उपस्थित थे।
सम्पूर्ण आयोजन को कोरोना के दिशा निर्देशों के अनुरूप किया गया और उपस्थित भक्त जनों से निर्देशों का पालन किया।