भरी सभा में अपनी ही पार्टी के विधायक को जूता मारने वाले लोकसभा सांसद शरद त्रिपाठी को भारतीय जनता पार्टी ने बड़ा झटका दिया है. बीजेपी ने संतकबीरनगर लोकसभा सीट से शरद त्रिपाठी का टिकट काटते हुए प्रवीण निषाद को मौका दिया है.
बीते मार्च महीने में एक बैठक में संतकबीरनगर से बीजेपी के सांसद शरद त्रिपाठी हिस्सा ले रहे थे. इस बैठक में इलाके के बीजेपी विधायक राकेश बघेल समेत संत कबीरनगर के जिलाधिकारी और योगी सरकार में मंत्री आशुतोष टंडन भी मौजूद थे. भरी सभी में दोनों नेताओं के बीच किसी बात को बहस शुरू हुई और नौबत मारपीट तक पहुंच गई.
जूते से मारने खाते हुए विधायक राकेश बघेल ने भी सांसद शरद त्रिपाठी को तमाचे जड़े थे. पुलिस को दोनों नेताओं के बीच मामला सुलझाना पड़ा था. इसके बाद विधायक ने अपने समर्थकों के साथ सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया था.
इस घटना के बाद बीजेपी नेताओं की पूरे देश में किरकिरी हुई थी. पार्टी ने एक्शन लेने की भी बात कही थी. अब बीजेपी ने सांसद शरद त्रिपाठी को टिकट नहीं देने का फैसला किया है. हालांकि, उनके पिता व उत्तर प्रदेश बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष रमापति राम त्रिपाठी को बीजेपी ने देवरिया सीट से उम्मीदवार बनाया है. जबकि शरद त्रिपाठी की जगह प्रवीण निषाद को मौका दिया गया है.
प्रवीण निषाद ने गोरखपुर सीट पर हुए उपचुनाव में सपा के टिकट पर बसपा के समर्थन से बीजेपी प्रत्याशी को हराया था. उनकी यह जीत पूरे देश में चर्चा का विषय बनी थी. लेकिन हाल ही में प्रवीण निषाद ने अपने पिता के साथ बीजेपी से गठजोड़ कर लिया था, जिसके बाद अब उन्हें शरद त्रिपाठी की जगह संतकबीरनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ाया गया है.