उज्जैन
मध्य प्रदेश के उज्जैन स्थित प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंगों में से ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर के गर्भगृह में बड़ा बदलाव किया गया है। यह बदलाव रविवार के दिन किया गया है। गर्भगृह में 25 किलो चांदी का द्वार लगाया गया है। इसे विधि विधान से संध्या आरती करने के समय स्थापित किया गया।
महाकाल मंदिर के पुजारी भूषण व्यास के अनुसार, लगभग 20 वर्षों के बाद गर्भगृह के द्वार को बदला गया है। इसके द्वार का निर्माण जयपुर के कुशल कारीगरों द्वारा तैयार किया गया है। गर्भगृह का आंतरिक और बाहरी परिसर पत्थर का बना हुआ है। इसके कारण नए दरवाजे की माप के आधार पर तैयारी की गई।
कोलकाता की भक्त ने बनवाया
महाकाल के गर्भगृह के बदले द्वार को कोलकाता की निवासी भक्त निभा प्रकाश ने बनवाया है। उन्होंने लकड़ी पर चांदी की मढ़ाई कराकर इसे बनवाया है। उन्होंने सभामंडप में नए द्वार का विधि-विधान से पूजन किया। इसके बाद द्वार को गर्भगृह के बाहर स्थापित किया गया। चांदी की आज के बाजार भाव के हिसाब से बात करें दो द्वार बनाने की अनुमानित कीमत 50 लाख से अधिक बताई जा रही है।
द्वार में उकेरी गई हैंये आकृतियां
मंदिर प्रबंध समिति के सहायक प्रशासक आशीष फलवाड़िया ने बताया कि द्वार के शीर्ष पर दो नंदी की आकृतियां है। इसके साथ ही उनके नीचे ॐ, त्रिशूल और सबसे निचले हिस्से में कलश की आकृति उकेरी गई है। आपको बता दें कि महाकाल के परम भक्त मंदिर में आकर ऐसे दान करते रहते हैं। करीब 4 महीने पहले ही बाबा महाकाल को सवा किलो चांदी का मुकुट दान किया गया था। यह दान यूपी के गाजियाबाद के भक्त सुनील कुमार यादव ने किया था।
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