ईटानगर । स्थायी निवास प्रमाण पत्र के मुद्दे पर अरुणाचल प्रदेश सुलग उठा है। प्रदेश के 18 छात्र और नागरिक संगठनों के समूह द्वारा जारी 48 दिनों की हड़ताल के दौरान ईटानगर में हिंसा फैल गई, जिससे वहां कर्फ्यू लगा दिया गया है। प्रदर्शनकारियों ने रविवार को कर्फ्यू को धता बताते हुए डेप्युटी सीएम चाउना मीन के निजी आवास को कथित तौर पर आग के हवाले कर दिया जबकि उपायुक्त के दफ्तर में भी तोडफ़ोड़ की। प्रदर्शनकारी छह समुदायों को स्थानीय निवासी प्रमाण-पत्र दिए जाने की सिफारिश का विरोध कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि गत शुक्रवार को पुलिस फायरिंग में जख्मी हुए एक शख्स के अस्पताल में दम तोड़ देने के बाद बड़ी संख्या में लोगों ने सडक़ों पर मार्च किया और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया। उन्होंने उपायुक्त कार्यालय परिसर में खड़ी कई गाडिय़ों में भी आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों ने ईटानगर पुलिस थाने और राजधानी की कई सार्वजनिक संपत्तियों पर भी हमला किया।
इंटरनेट सेवाएं बंद, सेना ने फ्लैग मार्च किया
प्रदर्शनकारियों ने नाहरलगुन रेलवे स्टेशन की तरफ जाने वाली सडक़ को भी जाम कर दिया जिसके कारण मरीजों सहित कई यात्री रविवार सुबह से ही वहां फंसे हुए हैं। शनिवार को प्रदर्शनकारियों की ओर से की गई पत्थरबाजी में 24 पुलिसकर्मियों सहित 35 लोगों के जख्मी होने के बाद ईटानगर और नाहरलगुन में बेमियादी कर्फ्यू लगा दिया गया था। सेना ने शनिवार को ईटानगर और नाहरलगुन में फ्लैग मार्च किया। दोनों जगहों पर इंटरनेट सेवाएं रोक दी गई हैं।
आईटीबीपी की 6 कंपनियां तैनात
कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए ईटानगर में इंडो तिब्बत बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) की छह कंपनियां तैनात कर दी गई हैं। जवानों ने सडक़ों पर फ्लैग मार्च किया।
150 से अधिक गाडिय़ां क्षतिग्रस्त
पुलिस ने बताया कि सारे बाजार, पेट्रोल पंप और दुकानें बंद हैं और ईटानगर की ज्यादातर एटीएम में पैसा नहीं है। शुक्रवार से अब तक प्रदर्शनकारियों ने कई पुलिस वाहनों सहित 60 से अधिक वाहनों को आग के हवाले किया है और 150 से ज्यादा गाडिय़ां क्षतिग्रस्त कर दी गई हैं। शनिवार को प्रदर्शनकारियों ने स्थानीय इंदिरा गांधी उद्यान में ईटानगर अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव के मंच को नुकसान पहुंचाया। बाद में आयोजकों ने फिल्म महोत्सव रद्द कर दिया।
राजनाथ सिंह ने की शांति बनाए रखने की अपील
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। इसे लेकर उन्होंने अरुणाचल के सीएम पेमा खांडू से भी बात की और राज्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली। इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा था, अरुणाचल प्रदेश में पुलिस की गोलीबारी में एक निर्दोष की मौत से मुझे काफी दुख हुआ। युवक के परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल लोग शीघ्र स्वस्थ हो जाएं और अरुणाचल में शांति लौट आए।
सिविल सचिवालय में घुसने की कोशिश की थी
गौरतलब है कि प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को ईटानगर स्थित सिविल सचिवालय में घुसने की कोशिश की थी। आरोप है कि इसी दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए गोली चला दी जिससे कई क्षेत्रों में हिंसा शुरू हो गई थी। भीड़ पर काबू पाने के लिए पुलिस ने 21 लोगों को हिरासत में ले लिया था।
यह है मामला
सभी पक्षों से वार्ता करने के बाद संयुक्त उच्चाधिकार समिति (जेएचपीसी) ने ऐसे छह समुदायों को स्थानीय निवासी प्रमाण-पत्र देने की सिफारिश की है जो मूल रूप से अरुणाचल प्रदेश के नहीं हैं, लेकिन दशकों से नामसाई और चांगलांग जिलों में रह रहे हैं। जेएचपीसी की सिफारिश शनिवार को विधानसभा में पटल पर रखी जानी थी, लेकिन स्पीकर द्वारा सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिए जाने के कारण इसे पेश नहीं किया जा सका।