पटना।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले को खाली करवाने के लिए जिलाधिकारी का आदेश पाकर अाज सुबह ही कई प्रशासनिक अधिकारी तेजस्वी आवास पहुंचे, जहां आवास के बाहर गेट पर उन्होंने दो पर्चा सटा देखा। पर्चे पर लिखा था कि बंगला खाली कराने का मामला कोर्ट में विचाराधीन है।
इस पर्चे को देखकर अधिकारी असमंजस में पड़े रहे कि क्या करें? बंगला खाली कराने गए अधिकारियों अपने वरीय अधिकारी से बात की और पूछा कि अब क्या करना है? वो जबतक पूछताछ कर ही रहे थे कि बड़ी संख्या में राजद नेता अपने नेता के आवास पर पहुंचे और धरने पर बैठ गए।
राजद के वरिष्ठ नेताओं ने जिलाधिकारी सहित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार सरकार पर जमकर निशाना साधा और इस कार्रवाई को द्वेष से प्रेरित बताते हुए कहा कि तेजस्वी के बढ़ते कद से ये सरकार परेशान है और इस तरह से तेजस्वी को परेशान करने में लगी है।
राजद नेताओं के विरोध के बाद जिला प्रशासन के अधिकारी बंगला खाली कराए बिना ही वापस चले गए। अब कोर्ट के आदेश तक प्रशासन इंतजार करेगा। इस मामले में 10 दिसंबर को सुनवाई होने वाली है।
भवन निर्माण विभाग ने खाली कराने का दिया था आदेश
इस बाबत भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि तेजस्वी यादव जल्द ही बंगला खाली कर देंगे। इसके बाद मंत्री ने कहा कि सरकारी चीजे सिर्फ सरकारी ही होती है। तेजस्वी सम्मानित व्यक्ति हैं उम्मीद है कि खुद वह बंगला खाली कर देंगे।
भवन निर्माण मंत्री महेश्वर हजारी ने कोर्ट के आदेश का जिक्र करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव कोर्ट के आदेश का पालन करेंगे। बता दे कि इसको लेकर तेजस्वी ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी। जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पिछले माह खाली करने का आदेश दिया था। जिसके बाद तेजस्वी ने मामले को उपरि बेंच को सौंप दिया था, जिसपर दस दिसंबर को सुनवाई होगी।