आम सभा, भोपाल : महर्षि आश्रम, अरैल, संगमतट पर नवनिर्मित भव्य महर्षि स्मारक का लोकार्पण समारोह जया एकादशी 15 फरवरी 2019 को दोपहर 2 बजे आयोजित है। महर्षि महेश योगी जी के परम प्रिय तपोनिष्ठ शिष्य वेद विद्या मार्तण्ड ब्रह्मचारी गिरीश जी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि-“महर्षि महेश योगी आश्रम, अरैल, संगमतट पर महर्षि जी की पुण्य स्मृति में एक विशाल स्मारक का निर्माण किया गया है।
यह स्मारक बाहर से जैसेलमेर (सैण्ड स्टोन) के सुनहरे पीले पत्थर से बना है और अन्दर सफेद रंग के मकराना मारबल से गर्भ गृह बनाया गया है। इस स्थापत्य वेद-वास्तुकला से निर्मित स्मारक में जैसेलमेर पत्थर के 22.6 फीट ऊँचे 52 खम्भे हैं। और अन्दर मारबल के 22.6 फीट ऊँचे 12 खम्बे हैं जिनपर अति सुन्दर पारम्परिक नक्काशी की गई है।
गर्भ गृह की आन्तरिक छत और चारों दिशाओं की 4 चौकियों की छत भी नक्काशीदार हैं। स्मारक की बीम्स हल्के गुलाबी बंसीपहाड़पुर पत्थर की हैं। स्मारक में कुल 2,00,000 क्यूबिक फीट जैसलमेर पत्थर और सफेद मारबल पत्थर का उपयोग हुआ है जिसका वजन लगभग 20,000 टन का है। यह निर्माण लगभग 11 वर्षों में पूर्ण हुआ है।
इसके ऑर्किटेक्ट गुजरात के निपम सोमपुरा हैं और उन्हीं के द्वारा यह निर्माण भी कराया गया है। इस महर्षि स्मारक की नींव लगभग 70 फीट गहरी है। स्मारक के सामरण (शिखर) पर 1008 गोल्ड प्लेटेड कलश हैं और प्रत्येक चौकी पर 108 गोल्ड प्लेटेड कलश हैं जो स्मारक की सुन्दरता और भव्यता को हजारों गुना बढ़ा देते हैं।
ब्रह्मचारी गिरीश जी ने बतलाया कि “महर्षि जी ने सम्पूर्ण विश्व में भारतीय शाश्वत् वैदिक ज्ञान-विज्ञान, अष्टांग योग, भावातीत ध्यान, ज्योतिष, गन्धर्ववेद, वास्तु विद्या, यज्ञानुष्ठान आदि जीवनोपयोगी वैदिक विद्याओं का पुनर्जागरण करके उन्हें मूल रूप में पुनः प्रतिष्ठापित किया है।