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संसार की सबसे बडी तपस्या दूसरे के सुख में सुखी होना : आचार्य विशुद्ध सागर

* बैरसिया नगर में हुआ आचार्यश्री विशुद्ध सागर जी महाराज का मंगल प्रवेश

( राजेन्द्र शर्मा )
आम सभा,बैरसिया।

इंसान खुद के दुख से दुखी नहीं है, अपितु दूसरे के सुख से दुखी है, इंसान को अगर सुखी रहना है तो दूसरे के सुख में खुश होना सीखना चाहिए, आज के समय की सबसे बड़ी तपस्या दूसरे के सुख में खुश होना है। यही तप करना सीख गये, तो कोई भी आपको दुखी नहीं कर सकता, ये वाक्य पूज्य आचार्य गुरुवर श्री विशुद्ध सागर जी महाराज द्वारा बैरसिया नगर आगमन के अवसर पर आयोजित हुई प्रवचन के दौरान श्रावक को कहीं। इससे आगे उन्होंने कहा कि लोगों को आगे बढ़ते देख जो लोग ईर्ष्या का भाव बनाते हैं, जिनके मन में ईर्ष्या उत्पन्न हो जाती है, वो अपने भविष्य के लिए बंध बांध रहा है, आज भले ही उसका पुण्य काम कर रहा है और वो सुखी है, पर आज की हुई ईर्ष्या उसके लिए आगे दुखदायी होगी। संयम भवन प्रांगण में आयोजित धर्म सभा में चर्या शिरोमणि ने श्रद्धालुओं को आगे बताया कि इंसान का लोभ कभी कभी इतना प्रबल होता है कि सड़क पर पड़े धागा को भी उठा कर जेब में रख लेता है। इंसान को ये समझ नहीं आता है कि धन सबकुछ नहीं है, पर लोभ में धन के पीछे भागता रहता है। पैसे कमाना तो जरूरी है, पर उसका उपयोग धर्म के काम मे करना चाहिए। 19 मुनियों के साथ मंच से सभा संबोधित करते हुए आचार्यश्री ने आगे बताया कि मान के पीछे अपनों को नहीं छोड़ना चाहिए, अपने नाम के आगे श्री लगाने के चक्कर में, श्रीजी को मत भूल जाना, धर्म को मत भूल जाना। और धन ना हो , खाना रोटी ना हो तो उपवास करके जी लेना पर अरिहंत को मत छोड़ देना और मंदिर का निर्माल्य से अपने पेट को मत भर लेना।

*सुबह हुई आचार्य संघ की भव्य मंगल अगवानी

इससे पहले प्रात: काल में पूज्य आचार्यश्री की मंगल अगवानी बैरसिया नगर मे हुई, पूज्य आचार्यश्री की अगवानी नगर वासियों द्वारा राजनंदनी गार्डन से की गई, जिसमें ढोल और दिव्य घोष की ध्वनि में पूज्य आचार्यश्री विशुद्ध सागर जी महाराज के संघ का नगर के महावीर जिनालय जैन कॉलोनी में मंगल प्रवेश हुआ। ज्ञात हो कि पूज्य आचार्यश्री संघ का मंगल विहार भोपाल में आयोजित हुए पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के उपरांत विहार करके उत्तर प्रदेश के बरोत की ओर चल रहा है, जहां उनका मंगल चातुर्मास आयोजित होना है। दोपहर बाद में आचार्य संघ का मंगल विहार बैरसिया से अशोकनगर की ओर हुआ, जहां रात्री विश्राम भूरिपठार ग्राम में हुई। इस अवसर पर समाज अध्यक्ष प्रदीप जैन, महामंत्री महिपाल जैन, उपाध्यक्ष नितिन जैन पार्षद, कोषाध्यक्ष राजकुमार जैन, प्रवक्ता आशीष जैन, गौशाला अध्यक्ष नरेंद्र कुमार जैन, उपाध्यक्ष राहुल जैन, विनोद कुमार जैन, सुरेश चंद जैन, सुभाष चंद जैन, प्रकाश चंद जैन सहित समस्त समाज ज़न उपस्थित रहे।

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