पटना।
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप अपने निराले अंदाज के लिए जाने जाते हैं। वो कभी कृष्ण तो कभी भगवान शंकर के गेटअप में नजर आते हैं। कल से ही तेजप्रताप यादव एकबार फिर सुर्खियों में हैं। इसबार तेजप्रताप की चर्चा उनके बालों के नए लुक को लेकर है। साथ ही नए लुक में तेजप्रताप ने मंच से फिर विवादित बयान दे दिया है, जिसकी चर्चा हो रही है।
तेजप्रताप ने कहा-हट जाईए महिलाएं हमें देखना चाहती हैं…
तेजप्रताप शुक्रवार को अपने इसी नये लुक में पार्टी के स्थापना दिवस कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे। सबकी नजरें तेजप्रताप पर ही टिकी थीं कि उन्होंने ये कैसा रूप धर लिया है? लेकिन लोग तब चौंक गए जब तेजप्रताप ने मंच से एक राजद कार्यकर्ता को ये कहते टोक दिया कि आप साईड हट जाइये, महिलाएं हमें देखना चाहती है।तेजप्रताप ने अपने भाषण में एेसा कह दिया जिसकी कल्पना किसी ने नहीं की थी।
पिता लालू की तरह मैं भी महिलाओं को आगे लाना चाहता हूं
इसके बाद तेजप्रताप ने कहा कि हम महिलाओं को आगे ले जाना चाहते हैं। अगर आप इसी तरह आगे आ जाईयेगा तो महिलाएं आगे कैसे आएंगी? हम भी अपने पिताजी की ही तरह महिलाओं को आगे की पंक्ति में बैठाना चाहते हैं। हमारे पिताजी के कार्यक्रम में कोई बैरेकेडिंग नहीं होता था और हम भी कोई बैरेकेडिंग नहीं होने देंगे। तेजप्रताप पूरे कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को पार्टी में आगे लाने की वकालत करते दिखे।
लालू मेरे पिता हैं, मेरे भगवान हैं…
इस दौरान तेजप्रताप ने अपने बारे में कार्यकर्ताओं से कहा कि लोग हमसे जलते हैं। क्योंकि हम जनता से जुडने की बात करते हैं। जिस तरह लालू प्रसाद किया करते हैं। हम लालू के अंदाज में बोलते हैं तो लोगों को जलन होती है। लालू प्रसाद हमारे पिता हैं हम उन्हें भगवान मानते हैं तो उसमें बुराई ही क्या है।
तेजस्वी के बारे में दी सफाई
बता दें कि कार्यक्रम के दौरान तेजस्वी यादव नहीं पहुंचे। तेजस्वी के नहीं आने पर भी तेजप्रताप ने सफाई दी और कहा कि तेजस्वी जरुरी काम में बिजी हैं, इसीलिए मेरे अर्जुन ने मुझे यानी कृष्ण को यहां भेजा है ताकि यशोदा मईया राबडी देवी यहां अकेली न रहें।
इधर तेजप्रताप ने अपने और भाई तेजस्वी के बीच सोशल मीडिया पर चल रही खटपट की अफवाहों पर नाराजगी जाहिर की। इतना ही नहीं तेजप्रताप ने विवादित बयान भी दे डाला।
हम दोनों के बीच जो आएगा उसे चीरकर रख देंगे
तेजप्रताप ने कहा कि लोग कहते हैं कि दोनों भाईयों के बीच एकजुटता नहीं है। हम कहते हैं कि जो लोग एेसा कहते हैं कि मेरे और तेजस्वी के बीच खटपट है, ऐसे लोगों को हम चीर देंगे।तेजप्रताप ने कहा कि दोनों भाई के बीच जो आएगा उसपर चक्र चलेगा। तेजप्रताप ने अपने कार्यकर्ताओं को 2020 चुनाव के लिए कमर कसने की सलाह दी। साथ ही सत्तारुढ दल को सबक सिखाने की चेतावनी भी दी।
राजद के स्थापना दिवस पर नहीं आए तेजस्वी, लग रहे कयास
तेज प्रताप ने भले ही यह जाहिर करने की कोशिश की कि उनका अपने छोटे भाई से कोई मतभेद नहीं है, लेकिन तेजस्वी यादव स्थापना दिवस के कार्यक्रम में नहीं आए। माना जा रहा है कि तेजस्वी अपने बड़े भाई तेज प्रताप से ही नाराज चल रहे हैं, इसीलिए उन्होंने स्थापना दिवस कार्यक्रम से किनारा किया है।
तेजप्रताप ने बनाया था लालू राबड़ी मोर्चा
बता दें कि लोकसभा चुनाव के दौरान तेज प्रताप ने अपने छोटे भाई द्वारा पार्टी में दरकिनार कर दिए जाने पर एक समानांतर संगठन तैयार किया था और अपने करीबी लोगों को कई निर्वाचन क्षेत्रों में बागी उम्मीदवारों के रूप में चुनाव लड़वाया था।
शिवानंद तिवारी ने तेजस्वी को ललकारा
समारोह में शिवानंद तिवारी ने तेजस्वी की अनुपस्थिति पर उनका नाम लिए बिना कहा कि आप केवल एक हार के कारण लोगों से दूर नहीं भाग सकते क्योंकि जनता चाहती है कि आप अगले मुख्यमंत्री बनें और आपको अपने पिता से सीखना चाहिए और वापस लड़ना चाहिए।
हार के बाद बदले-बदले से नजर आ रहे तेजस्वी
लालू की अनुपस्थिति में आरजेडी की कमान संभाल रहे उनके छोटे बेटे और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की करारी हार के बाद से राजनीतिक परिदृश्य से गायब हैं और गत 28 जून से शुरू हुए बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के पांचवें दिन गुरूवार को सदन में पहुंचे थे। कार्यक्रम के दौरान रघुवंश प्रसाद सिंह और राबड़ी देवी ने अपने भाषणों में पार्टी में फिर से जान फूंकने के लिए पार्टी नेताओं को ‘संघर्ष’ करने को कहा।