नई दिल्ली
दुनियाभर में महामारी बन चुके कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। अब तक देश में करीब दो हजार मामले सामने आ चुके हैं। दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात का मरकज देश के विभिन्न हिस्सों में कोरोना वायरस के प्रसार का एक प्रमुख केंद्र बिंदु बन कर उभरा है। देश में अब तक सामने आए कोरोना के मामलों में से लगभग 20 फीसदी तबलीगी जमात से जुड़े बताए जा रहे हैं। वहीं, गृह मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, 9000 तबलीगी जमात से जुड़े सदस्यों और उनके संपर्कों की पहचान की गई है और उन्हें क्वॉरंटीन में रखा गया है।
9 हजार लोगों में 1306 विदेशी: MHA
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि अभी तक जिन 9000 तबलीगी जमात के कार्यकर्ता और उनसे संपर्क में आए लोगों की पहचान हुई है उनमें 1306 विदेशी हैं और बाकी भारतीय हैं। गृहमंत्रालय ने राज्यों से संपर्क के बाद ये आंकड़ें जुटाए हैं, इस मामले में पूरी तरह कार्यवाही चल रही है।
दिल्ली में 1,804 को क्वॉरंटीन में रखा गया
दिल्ली में करीब 2000 तबलीगी जमात के कार्यकर्ता थे, उनमें करीब ढाई सौ विदेशी थे। इनमें 1,804 को क्वॉरंटीन किया गया है, 334 को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कोरोना की वजह से दिल्ली में गुरुवार को दो लोगों की मौत हुई, ये दोनों ही निजामुद्दीन मरकज के कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
गृह मंत्रालय लगातार राज्यों से संपर्क में
दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने यहां निजामुद्दीन क्षेत्र में तबलीगी जमात कार्यक्रम में शामिल होने के बाद विभिन्न मस्जिदों में ठहरे 275 विदेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें क्वॉरंटीन में रखा है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। इन 275 विदेशी नागरिकों में इंडोनेशिया से 172, किर्गिजस्तान से 36, बांग्लादेश से 21, मलेशिया से 12, अल्जीरिया से सात, अफगानिस्तान और अमेरिका से दो-दो और फ्रांस, बेल्जियम और इटली का एक-एक नागरिक शामिल हैं। अधिकारियों ने बताया कि इनमें से 84 लोग उत्तर पूर्वी दिल्ली में और 109 लोग मध्य दिल्ली जिले में ठहरे हुए थे।