आम सभा,भोपाल।
प्रदेश के पांच बड़े कर्मचारी संगठनों के आव्हान पर चौथे चरण के आंदोलन में 17 सूत्रीय मॉंगों को लेकर 8 जून को प्रदेश के पांच लाख से अधिक कर्मचारियों ने आधे दिन की टूल डाऊन हड़ताल की। म.प्र. लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष एम.पी. द्विवेदी, मप्र लघु वेतन कर्मचारी संघ, के प्रांताध्यक्ष महेन्द्र शर्मा तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष अतुल मिश्रा, म.प्र. शासकीय वाहन चालक यांत्रिक कर्मचारी संघ के प्रांताध्यक्ष साबिर खान, म.प्र.पेंशनर एसोसिएशन के प्रांताध्यक्ष एल.एन. कैलशिया, ने जारी एक विज्ञप्ति के माध्यम बताया कि लिपिकों को मंत्रालय के समान समयमान वेतनमान, सहायक ग्रेड-3 का पदनाम परिवर्तित कर सहायक ग्रेस-3 कम डाटा इन्दी आपरेटर करते हुये ग्रेड पे 2400 करने, नृत्य का पदनाम परिवर्तित कर कार्यालय सहायक करने, पदोन्नतियां प्रारंभ किये जाने, सी.पी.सी.टी परीक्षा निर्धारित समय में उत्तीर्ण नहीं कर पाने के कारण सेवा समाप्त नहीं किये जाने, टैक्सी प्रथा बंद कर रिक्त पदो पर वाहन चालकों की नियुक्तियां प्रारंभ किये जाने, पुरानी पेंशन बहाल करने, 30 जून को सेवा निवृत्त होने वाले कर्मचारियों को एक विशेष देतन वृद्धि का लाभ दिये जाने, स्टायफंड की राशि को 708090 प्रतिशत के स्थान पर नियुक्ति दिनॉक से वेतनमान दिये जाने, आऊट शोर्ष प्रथा बंद करते हुये आऊट शीर्ष पर लगे कर्मचारियों को नियमित किये जाने, महंगाई भत्ता 4 प्रतिशत जनवरी 2023 से दिया जाकर एरियर की राशियों का देय तिथि से भुगतान किये जाने, पेंशनरों के लिये धारा 49 को समाप्त किये जाने, मकान किराया भत्ता, वाहन भत्ता सातवें वेतनमान में दिये जाने, पूर्ण पेंशन प्राप्त करने हेतु 33 वर्ष के स्थान पर 25 वर्ष किये जाने, शासकीय सेवकों को मेडिक्लेम की सुविधा दिये जाने कार्यभारित कर्मचारियों को सेवा निवृत्त पर अवकाश नगदीकरण का लाभ दिये जाने, स्थाई कर्मियों को सातवां वेतनमान दिये जाने, अंशकालीन कर्मचारी, आगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, आशा कार्यकर्ता, उर्षा कार्यकर्ता, उषा सहयोगी, कोटवार कर्मचारियों को नियमित किये जाने, ग्राम रोजगार सहायको को सहायक सचिव के पर जिला संवर्ग घोषित कर नियमित किये जाने आदि प्रमुख मांग को लेकर आंदोलन किया जा रहा है। प्राप्त जिलों की जानकारी अनुसार भोपाल, नर्मदापुरम हरदा, सिवनी, डिण्डोरी, उज्जैन, खरगौन, बड़वानी, शाजापुर, टीकमगढ़, नीमच, छतरपुर सतना, रीवा, सीधी, उमरिया, मण्डला, राजगढ़, कटनी, शिवपुरी, भिण्ड, ग्वालियर, उमरिया, अशोकनगर श्योपुर झाबुआ, जबलपुर, निवाड़ी, देवास, रतलाम, बालाघाट, धार, सिंगरौली, खण्डवा सागर, मुरैना, दमोह आदि सभी 52 जिलों में कर्मचारी 10 बजे से 1 बजे तक काम नहीं किया और टूल बाकन उड़ताल पर रहे।