कोलकाता। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पश्चिम बंगाल में ‘महाषष्ठी से दुर्गा पूजा उत्सव की शुरुआत के मौके पर ‘आत्मनिर्भर भारत के संकल्प से ‘सोनार बांग्ला के संकल्प को पूरा करने का आहृवान किया और कहा कि इससे राज्य की समृद्ध और संपन्न विरासत को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाना है।
वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ‘पूजोर शुभेच्छा (पूजा की शुभेच्छा) कार्यक्रम के तहत राज्य के लोगों को दिए अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने महिला सशक्तिकरण से लेकर पश्चिम बंगाल के विकास के लिए केंद्र सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की विस्तार से चर्चा की और कहा कि उनकी सरकार ने पूर्वोदय का मंत्र अपनाया है और इसी के मद्देनजर पूर्वी भारत के विकास के लिए निरंतर फैसले लिए हैं। प्रधानमंत्री के इस कार्यक्रम का राज्य की सभी 294 विधानसभा सीटों पर भाजपा ने सीधा प्रसारण करने की व्यवस्था की थी।
मोदी ने बांग्ला में लोगों को शुभकामना संदेश दिया और कहा, ‘जब हमारा किसान, हमारा श्रमिक आत्मनिर्भर बनेगा, तभी हमारा देश आत्मनिर्भर बनेगा। आत्मनिर्भर भारत के इसी संकल्प से हमें सोनार बांग्ला के संकल्प को पूरा करना है। उन्होंने कहा कि यह बंगाल की पवित्र धरती थी, जिसने आजादी के आंदोलन में स्वदेशी को संकल्प बनाने का काम किया, बंगाल की धरती से ही गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर और बंकिमचंद्र चट्टोपाध्याय ने ‘आत्मनिर्भर किसान, आत्मनिर्भर जीवन का संदेश दिया था। उन्होंने कहा, ‘21वीं सदी में आत्मनिर्भर भारत का नया संकल्प भी बंगाल की धरती से मजबूत होगा। बंगाल के गौरव को, बंगाल के उद्यम और उद्योग को, यहां की समृद्धि व संपन्नता को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचाना है।
केंद्र ने पूर्वोदय का मंत्र अपनाया
प्रधानमंत्री ने कहा कि बंगाल के तेज विकास के लिए और बंगाल के लोगों को मूलभूत सुविधाएं पहुंचाने के लिए निरंतर काम हो रहा है। उन्होंने कहा, ‘भाजपा की केंद्र सरकार ने पूर्वोदय का मंत्र अपनाया है। पूर्वी भारत के विकास के लिए निरंतर फैसले लिए हैं। पूर्वोदय के इस मिशन में पश्चिम बंगाल को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
मुझे भरोसा है कि पूर्वोदय का केंद्र बनकर पश्चिम बंगाल जल्द ही एक नई दिशा की तरफ बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि बंगाल के अवसंरचना विकास के लिए, संपर्क सुधारने के लिए भी लगातार काम हो रहा है। इसी के तहत कोलकाता में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर परियोजना के लिए भी साढ़े 8 हजार करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। मोदी ने कहा कि इस बार कोरोना के संकट के बीच दुर्गा पूजा का उत्सव मनाया जा रहा है। भक्त, पंडालों के आयोजकों सहित सभी ने इस बार ‘अद्भुत संयम दिखाया है।
उन्होंने कहा, ‘संख्या पर भले असर पड़ा हो, लेकिन भव्यता वही है, दिव्यता वही है। आयोजन भले ही सीमित है, लेकिन उत्सव का रंग, उल्लास-आनंद असीमित है। यही तो बंगाल की पहचान है, यही तो बंगाल की चेतना है। यही तो असली बंगाल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में आज महिलाओं के सशक्तिकरण का भी अभियान तेज गति से जारी है। चाहे जनधन योजना के तहत 22 करोड़ महिलाओं के बैंक खाते खोलना हो या फिर मुद्रा योजना के तहत करोड़ों महिलाओं को आसान ऋण देना, चाहे ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान हो या फिर तीन तलाक के खिलाफ कानून।