भारत का अग्रणी हिंदी मनोरंजन चैनल और एक जिम्मेदार प्रसारक होने के नाते ज़ी टीवी ने पिछले 27 वर्षों से एक से बढ़कर एक कार्यक्रमों के जरिए अपने दर्शकों का मनोरंजन किया है और हर अच्छे-बुरे वक्त में उनकी जिंदगी का हिस्सा रहा है। ऐसे समय में, जहां दर्शक सामाजिक दूरी बना रहे हैं, और ज्यादातर वक्त अपने घरों पर बिता रहे हैं, वहीं जनता की भारी मांग पर ज़ी टीवी अपने रियलिटी शोज़ के कुछ सबसे लोकप्रिय सीज़न्स दोबारा दिखा रहा है।
सुपरहिट जजों की तिकड़ी टेरेंस लुइस, रेमो डिसूज़ा और गीता कपूर के साथ डांस इंडिया डांस सीजन 2, जिसमें ‘सुनहरी तकदीर की टोपी‘ के लिए डांसिंग सितारों के बीच रोमांचक युद्ध हुआ था, भी इस लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर ज़ी टीवी पर दिखाया जा रहा है, जिसका प्रसारण हर रविवार दोपहर 1 बजे किया जाता है। एक अंजान डांसर से लेकर इस पॉपुलर शो की विजेता बनने तक के शक्ति मोहन के सफर के चलते दर्शक इस शो की दोबारा हुई शुरुआत से ही इस पर अपना प्यार बरसा रहे हैं।
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सल में शक्ति मोहन ने जबसे डांस इंडिया डांस 2 जीता, तब से उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा, और वो अपनी सफलता का श्रेय इस शो को ही देती हैं। अब कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान वो भी इस शो को देख रही हैं। लेकिन सभी दर्शकों से इस शो को देखने की गुजारिश करने के अलावा शक्ति सभी से डांस करने और तनाव रहित रहने की अपील भी कर रही हैं।
डांस के प्रति अपना प्यार जताते हुए ज़ी टीवी के डीआईडी सीजन 2 की ये विजेता बताती हैं, “यह मेरे लिए साल का सबसे खास समय है, क्योंकि यह वो पल लेकर आया है, जिसे मैं सबसे ज्यादा चाहती हूं। असल में इस कठिन वक्त में मैं सभी से यह निवेदन करूंगी कि वो दिल खोलकर डांस करें क्योंकि यह तनाव दूर करने और अपने शरीर एवं मन को चुस्त रखने का एक बढ़िया तरीका है। मैं समझ सकती हूं कि आज दुनिया भर में बहुत-से लोग अनेक समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन हमें खुश रहने का जरिया ढूंढने की जरूरत है और यह भी कि कैसे हम इस समय का बेहतर इस्तेमाल कर सकते हैं। इसलिए, मैं क्वॉरंटाइन के दौरान सभी को डांस करने की सलाह दूंगी। लोग बॉलीवुड से लेकर हिप हॉप तक, अपनी पसंद की किसी भी शैली का डांस कर सकते हैं। मुझे काॅन्टेंपररी और वैकिंग बहुत पसंद है, इसलिए मैं तो यही करूंगी।”
इस मौके पर डांस से जुड़ी अपनी सबसे खूबसूरत याद को लेकर शक्ति पुराने दिनों में खो गईं। उन्होंने बताया, “बचपन के दिनों में अपनी बहनों के साथ डांस करना मेरा सबसे यादगार पल है। हम अपने पलंग को ही अपना मंच समझते थे और कैसेट के पूरे गानों पर परफॉर्म करते थे। मैं सच्ची खुशी महसूस करती थी, जो मुझे यह एहसास दिलाती थी कि मैं डांसिंग को कितना चाहती हूं और मुझे इसे हमेशा बरकरार रखना चाहिए।”