Monday , June 9 2025
ताज़ा खबर
होम / देश / तिरुपति बालाजी मंदिर में भगदड़ में अब तक 6 लोगों की मौत, ‘वैकुंठ द्वार दर्शन’ के टिकट बांटते समय हादसा

तिरुपति बालाजी मंदिर में भगदड़ में अब तक 6 लोगों की मौत, ‘वैकुंठ द्वार दर्शन’ के टिकट बांटते समय हादसा

हैदराबाद/चित्तूर।

आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में हुई भगदड़ में अब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है और कई श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह हादसा तब हुआ जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में ‘वैकुंठ द्वार दर्शन’ के टिकट के लिए पहुंची थी।

यह दर्शन 9 जनवरी से शुरू होने वाले था, लेकिन टिकट के वितरण को लेकर हुई अव्यवस्था और भीड़ के दबाव ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी, जिससे यह हादसा हुआ। तिरुपति मंदिर की प्रशासनिक संस्था तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने इस घटना पर खेद व्यक्त किया है और मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है। टीटीडी के अधिकारियों का कहना है कि इस हादसे के बाद सभी सुरक्षा उपायों की पुनः समीक्षा की जाएगी। इस घटना के बाद, मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा इंतजामों को बढ़ाने और भगदड़ से बचने के लिए उपाय शुरू कर दिए हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो। मंदिर प्रशासन ने यह भी कहा कि भविष्य में टिकटों की बिक्री के लिए अधिक सख्त व्यवस्था की जाएगी, ताकि लोगों को इस तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। टीटीडी के अनुसार, “वैकुंठ द्वार दर्शन के लिए टिकटों के वितरण को लेकर भारी भीड़ और व्यवस्था में खामियों के कारण स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई।”
टीटीडी बोर्ड मेंबर भानु प्रकाश रेड्डी ने कहा, “मंदिर में एकादशी दर्शन के लिए टोकन बांटे जा रहे थे, और इसके लिए हम ने 91 काउंटर खोले थे। यह बहुत दुखद है कि भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 6 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए। हम सभी को मेडिकल फेसेलिटी दे रहे हैं। आज तक टीटीडी के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है। मैं सभी श्रद्धालुओं से माफी मांगता हूं।”

कब हुई घटना और क्या थे कारण
श्री वेंकटेश्वर मंदिर के अधिकारियों ने 9 जनवरी से ‘वैकुंठ द्वार दर्शन’ के लिए टिकट जारी करने की योजना बनाई थी। इस दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं के बीच विशेष उत्साह था, क्योंकि यह विशेष दिन है और मंदिर में इस दिन विशेष पूजा होती है। जानकारी के मुताबिक, टिकट लेने के लिए लगभग 4 हजार लोग लाइन में लगे थे, और काउंटर की संख्या सिर्फ 91 थी। इसी बीच भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ मच गई। लोग इधर उधर तेजी से भागने लगे, जिसके चलते कई लोग जमीन पर गिर पड़े। इसी के चलते 6 लोगों की मौत हो गई। इस हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायल श्रद्धालुओं में से कुछ को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनमें से कई की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
इस दुर्घटना के बाद कई नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने तिरुपति मंदिर प्रशासन की आलोचना की है। उनका कहना है कि मंदिर प्रशासन को श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पहले से ही ठोस व्यवस्था करनी चाहिए थी। कई लोगों ने यह भी सवाल उठाया कि अगर टिकटों की बिक्री पहले से ही निर्धारित थी, तो इतनी बड़ी संख्या में लोग मंदिर परिसर में

क्यों जमा हो गए?
कुछ श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें लगता था कि टिकट नहीं मिलेंगे, इसीलिए उन्होंने 8 जनवरी से ही मंदिर पहुंचना शुरू कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि टोकन प्रणाली की अव्यवस्था के कारण यह घटना हुई।

प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री ने जताया दुख
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि इस हादसे से वह हैरान हैं। उन्होंने कहा, “मैं हालात पर करीब से नजर बनाए हुआ हूं। मैं पीड़ितों के परिवार से गुरुवार सुबह मुलाकात करूंगा।” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख जताते हुए कहा, “आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगदड़ से आहत हूं। मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ठीक हो जाएं। आंध्र प्रदेश सरकार प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लिखा, “तिरुपति में हुई भगदड़ बेहद दुखद है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। मैं कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि वे इस कठिन समय में हर संभव सहायता प्रदान करें।”

कहां है तिरुपति मंदिर और क्या है इसका धार्मिक महत्व
तिरुपति मंदिर, आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, जो भगवान श्री वेंकटेश्वर को समर्पित है। तिरुपति का यह मंदिर विश्वभर में सबसे अमीर और सबसे अधिक दर्शनार्थियों वाला मंदिर माना जाता है। यहां प्रत्येक दिन लाखों श्रद्धालु आते हैं और भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करते हैं।
मंदिर तिरुमाला पर्वत की चोटी पर स्थित है और यहां तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु पैदल यात्रा भी करते हैं, जिसे “तिरुमाला पर्वत यात्रा” कहा जाता है। इस मंदिर की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता अत्यधिक है और इसे वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख मंदिरों में गिना जाता है। तिरुपति मंदिर का प्रमुख उत्सव “वैकुंठ द्वार दर्शन” है, जो हर साल खास महत्व रखता है, जहाँ लाखों लोग भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए एकत्रित होते हैं। मंदिर का प्रशासन तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) द्वारा किया जाता है, जो मंदिर से संबंधित सभी गतिविधियों का संचालन करता है। तिरुपति मंदिर का आर्थिक योगदान भी बहुत बड़ा है, क्योंकि यह दुनिया के सबसे अधिक दान प्राप्त करने वाले धार्मिक स्थलों में शामिल है।

Slot Gacor Malam Ini Slot Gacor 2025 slot gacor slot dana https://pariwisata.sultraprov.go.id/ Slot777 slot thailand slot gacor slot gacor slot gacor slot gacor slot gacor slot gacor slot gacor slot gacor slot gacor info kabar slot gacor slot gacor slot gacor Slot Gacor Slot Gacor https://edu.pubmedia.id/ https://stikesrshusada.ac.id/ https://ijsl.pubmedia.id/ Situs Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor info kabar Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor slot gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor Slot Gacor slot gacor slot gacor slot gacor slot gacor https://dakukeren.balangankab.go.id/ slot gacor slot gacor https://elearning.unka.ac.id/ https://jurnal.unka.ac.id/bo/ https://jurnal.unka.ac.id/rep/ slot gacor slot gacor slot gacor slot gacor slot mahjong slot gacor pohon169 pohon169 slot gacor slot gacor slot gacor slot gacor slot gacor slot gacor https://jurnal.unka.ac.id/ https://unisbajambi.ac.id/ https://sia.unisbajambi.ac.id/ https://sipp.pn-garut.go.id/ https://fatecjahu.edu.br/ https://poltekkesbengkulu.ac.id/ https://journal.unublitar.ac.id/ https://poltekkes-pontianak.ac.id/ https://conference.upgris.ac.id/ https://kabar.tulungagung.go.id/wop/ Slot Gacor 2025 Slot Gacor Hari Ini slot gacor slot gacor slot gacor
  • toto hk
  • togel hongkong
  • toto hk
  • pg77
  • situs pg77
  • pg77 login