• 471 साल पुराने स्वरी स्कूल के की स्थापना रॉयल चार्टर द्वारा की गई थी, यह यूके का
• पहला पब्लिक स्कूल था सर चार्ल्स डार्विन इसके सबसे प्रसिद्ध पूर्वछात्रों में से एक हैं
आम सभा, भोपाल : अन्तराष्ट्रीय स्तर पर विख्यात जाने माने अकादमिक संस्थान श्रूस्वरी स्कूल ने भारत में अपने पहले परिसर के लॉन्च के साथ विश्वस्तरीय शिक्षा को बढ़ावा देने की अपनी प्रतिबद्धता को और अधिक मजबूत बना लिया है। यह परिसर मध्य प्रदेश के भोपाल की आकर्षक लोकेशन पर स्थित है, जो यूके परिसर की तरह यहां भी भारत एवं दुनिया भर के छात्रों को शिक्षा का रोचक माहौल प्रदान करेगा। भारत में इस प्रतिष्ठित स्कूल की स्थापना के लिए 25 साल पुराने संगठन जागरण सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने भूस्वरी यूके साथ साझेदारी की है।
श्रस्वरी स्कूल यूके की स्थापना 1552 में रॉयल चार्टर एडवर्ड 6 के द्वारा की गई थी. 470 सालों के दौरान इस स्कूल ने इंगलैण्ड के सर्वश्रेष्ठ पब्लिक स्कूलों में से एक के रूप में अपनी ख्याति को बनाए रखा है। भारत का यह परिसर यूके के बाहर छात्रों को लर्निंग के उत्कृष्ट अवसर उपलब्ध कराने की स्वरी की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। अकादमिक वर्ष 2025-26 से भूस्वरी इंटरनेशनल स्कूल के भारतीय परिसर का संचालन शुरू हो जाएगा. जो स्वरी स्कूल यूके जैसे अकादमिक मानकों, मूल्यों एवं समग्र दृष्टिकोण के साथ आने वाली पीढ़ियों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान करेगा।
श्रूस्वरी इंडिया 11-18 वर्ष के छात्रों के लिए को-एजुकेशन बोर्डिंग स्कूल के रूप में डिज़ाइन किया गया है. इस स्कूल में 800 छात्रों को पढ़ाने की क्षमता है। यह मध्य भारत में 150 एकड़ में फैले सबसे बड़े को एजुकेशन रेजिडेन्शियल स्कूलों में से एक होगा। छात्र इंग्लिश नेशनल पाठ्यक्रम में पढ़ाई कर 9 और 10 सालों में कैम्ब्रिज इंटरनेशनल आईजीसीएसई परीक्षा दे सकेंगे और 12 एवं 13 साल के अंत में फाइनल परीक्षा के साथ ए लैवल कोर्स के लिए क्वालिफाय होंगे।
यूके एवं भारतीय शिक्षा प्रणाली के सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं के संयोजन द्वारा स्कूल का पाठ्यक्रम सभी छात्रों को विविध एवं बेजोड़ अनुभव प्रदान करेगा। स्कूल के लॉन्च के मौके पर 24 अगस्त को कनॉट प्लेस स्थित ले मेरिडियन में मीट एण्ड ग्रीट सैशन का आयोजन किया गया। इस मौके पर खरी स्कूल, यूके के गवर्निंग चेयरपर्सन टिम हेनेस भारत में श्रसबरी स्कूल के प्रोमोटर्स जागरण सोशल वेलफेयर सोसाइटी से हरी मोहन गुप्ता और अभिषेक मोहन गुप्ता, स्वरी स्कूल, यूके के डायरेक्टर इंटरनेशन डेवलपमेन्ट डॉ. मधिन तमिलारसन ने एक पैनल चर्चा के माध्यम से अपने विचार प्रस्तुत किए। चर्चा का विषय था: ‘विश्वस्तरीय नागरिकों को तैयार करना अन्तर्राष्ट्रीय स्कूली शिक्षा की चुनौतियां और अवसर ।
पैनल चर्चा के दौरान भारत एवं यूके के बीच शैक्षणिक संबंधों पर जोर दिया गया और बताया गया कि किस तरह यह साझेदारी अध्यापन के आधुनिक तरीकों, अनुसंधान एवं संस्कृति के आदान-प्रदान को सुनिश्चित करेगी। इसके माध्यम से प्रतिभागियों को दोनों देशों के सांस्कृतिक विचारों को जानने का मौका मिलेगा, जिससे दोनों देशों में शैक्षणिक परिवेश मजबूत बनेगा।
इस परिसर की स्थापना भारतीय छात्रों को अपने देश से दूर गए बिना बेहद प्रतिष्ठित ब्रिटिश शिक्षा हासिल करने का मौका देगी। इस पहल के माध्यम से स्वरी स्कूल ऐसे विश्वस्तरीय नागरिकों का निर्माण करना चाहता है, जो सांस्कृतिक विविधता को समझते हुए विश्वस्तरीय मामलों की समग्र सूझ-बूझ हासिल कर सकें।
श्रृस्वरी स्कूल यूके के गवर्निंग चेयरपर्सन टिम हेनेस ने आगामी स्कूल के बारे में उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, “आज इस देश के बारे में हर कोई बात कर रहा है। ज्यादा से ज्यादा भारतीय छात्र पढ़ाई के लिए विदेश जा रहे है और माता-पिता भी यही चाहते हैं कि उनके बच्चे विश्वस्तरीय नागरिक बने। वरी बच्चों एवं उनके माता-पिता के साथ बातचीत कर उन्हें समग्र शिक्षा के फायदों पर जागरुक बनाना चाहता है और इन बच्चों भविष्य पर सकारात्मक प्रभाव उत्पन्न करने के लिए प्रयासरत है।
हरी मोहन गुप्ता, चेयरमैन गवर्निंग बॉडी, जागरण सोशल वेलफेयर सोसाइटी ने कहा, “हमें श्रस्वरी स्कूल के साथ साझेदारी करते हुए और भारतीय छात्रों के लिए विश्वस्तरीय शिक्षा के अवसर लाते हुए बेहद खुशी का अनुभव हो रहा है। भूस्वरी के मूल्य भी हमारे दृष्टिकोण के अनुरूप है, जहाँ हम छात्रों को सशक्त विश्वस्तरीय नागरिकों के रूप में विकसित करना चाहते हैं। यह साझेदारी हमें बच्चों में भारतीय मूल्यों को बरकरार रखते हुए विश्वस्तरीय मानसिकता विकसित करने में सक्षम बनाएगी। यह सयोजन बेहद कारगर साबित होगा और क्रूस्वरी के मूल्यों के साथ इन बच्चों के उज्जवल भविष्य को सुनिश्चित करेगा।”