आम सभा, भोपाल : पीडब्लूडी के सषक्तीकरण के लिए विविध हितधारकों के बीच वार्ता षुरू करने के उद्देष्य से सार्थक और एनएएआई ने 20 दिसंबर, 2019 को कंपोजि़ट रीज़नल सेंटर, भोपाल में समागम – सेटिंग पाथवेज़ टू डिसएबिलिटी इंक्लुसिव डेवलपमेंट (राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस) का आयोजन किया। इसका उद्घाटन मुख्य अतिथि जे. एन. कंसोतिया, मुख्य सचिव, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांग कल्याण विभाग तथा डॉ. जितेंद्र अग्रवाल, संस्थापक व सीईओ, सार्थक एजुकेषनल ट्रस्ट ने किया। यह कॉन्फ्रेंस सभी के लिए समावेषी दुनिया की जरूरत पर प्रकाष डालते हुए वार्ता एवं विचार-विमर्ष का एक महत्वपूर्ण मंच बन गई।
रोचक सत्रों के साथ इस कॉन्फ्रेंस में विविध कॉर्पोरेट हाउस के प्रतिनिधियों एवं एनजीओ ने हिस्सा लिया। इसमें दिव्यांग समावेषन लाभ तथा पीडब्लूडी के समावेषन के लिए गठबंधन मॉडल जैसे पैनल्स पर विचार किया गया। इस कॉन्फ्रेंस में सुपर आईडोल पैनल भी षामिल था, जिसमें सार्थक से प्रतिश्ठित एलुमनी आगे आए एवं उन्होंने सफलता की अपनी यात्रा के बारे में बताया।
पीडब्लूडी के सषक्तीकरण के अपने मिषन को आगे बढ़ाते हुए, सार्थक ने दिव्यांगों के लिए 151 वां रोजगार मेला एवं राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। 150 से ज्यादा पीडब्लूडी की प्रतिभागिता के साथ रोजगार मेले में एजिस, महिंद्रा फाईनेंस, टेलीपरफॉर्मेंस, रिलायंस फ्रेष, ऑनडोर, विद्या ऑटोमोबाईल्स एवं पैंटालूंस जैसे संगठनों ने प्लेसमेंट आमंत्रित किए। सार्थक के संस्थापक व सीईओ, डॉ. जितेंद्र अग्रवाल ने कहा, ‘‘सरकार के सहयोग से आज दिव्यांगों के उत्थान के लिए विविध कानून बन गए हैं। लेकिन सभी के लिए समानता का यह मार्ग अभी भी संघर्शों से पूर्ण है, जिसका कारण पीडब्लूडी से जुड़ी षर्म एवं विविध विकलांगताओं के बारे में जानकारी की कमी है। सार्थक एजुकेषनल ट्रस्ट का मानना है कि अपनी विकलांगता के बावजूद हर दिव्यांग में पहाड़ को झुकाने की सामर्थ्य होती है। यह कॉन्फ्रेंस सम्मान व समावेषन से संपन्न विष्व के निर्माण की दिषा में एक प्रयास है।’’
इस कॉन्फ्रेंस का समापन एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के साथ हुआ, जिसमें डॉ. अग्रवाल ने मीडियाकर्मियों से बात की और पिछले 11 सालों में सार्थक द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों तथा इसके भविश्य के अभियानों के बारे में बताया। सार्थक एजुकेषनल ट्रस्ट के बारे में: सार्थक एजुकेषनल ट्रस्ट व्यवसायिक कौषल एवं प्लेसमेंट के माध्यम से दिव्यांगों को समाज की मुख्यधारा में जोड़ने के लिए प्रयासरत है। इस संगठन ने 2008 में नेषनल एबिलिंपिक एसोसिएषन ऑफ इंडिया का अधिकार प्राप्त किया। सार्थक एजुकेषनल ट्रस्ट अपने 19 केंद्रों द्वारा पीडब्लूडी को सेवाएं देता है और यह भारत में 18000 से ज्यादा अभ्यर्थियों को प्रषिक्षित कर प्लेसमेंट दे चुका है।
नेषनल एबिलिंपिक एसोसिएषन ऑफ इंडिया (एनएएआई) के बारे मेंः नेषनल एबिलिंपिक एसोसिएषन ऑफ इंडिया (एनएएआई) का गठन मई, 2001 में सामाजिक न्याय व सषक्तीकरण मंत्रालय (एमएसजेई) और मानव संसाधन विकास (एचआरडी) तथा भारत सरकार के आदेष के तहत किया गया। यह संगठन नई दिल्ली में 2003 में आयोजित छठवें इंटरनेषनल एबिलिंपिक्स तथा उत्तरोत्तर अंतर्राश्ट्रीय आयोजनों में भारत की प्रतिभागिता सुनिष्चित करने के लिए प्रारंभ किया गया।