मध्य प्रदेश की भोपाल लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा लगातार सुर्खियों में बनी हुईं हैं. बाबरी विध्वंस को लेकर दिए गए विवादित बयान पर चुनाव आयोग ने उनपर सख्ती दिखाई और 72 घंटे के लिए चुनाव प्रचार ही बैन लगा दिया. लेकिन साध्वी ने इस बैन का भी तोड़ निकाल लिया, वो भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के स्टाइल में.
दरअसल, चुनाव आयोग ने साध्वी पर बैन लगाया तो गुरुवार सुबह प्रज्ञा ठाकुर भोपाल के एक दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना करने पहुंच गईं. यहां उन्होंने पूजा की और साथ-साथ भजन भी गाए. यहां साध्वी लोगों के बीच बैठीं और झाल बजाकर भजन वंदन किया. मंदिर में पूजा के दौरान साध्वी ने 5 बार हनुमान चालीसा का पाठ किया.
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने बुधवार को ही साध्वी प्रज्ञा पर 72 घंटे का बैन लगाया. उनका ये बैन गुरुवार सुबह शुरू हुआ और शनिवार तक चलेगा. इस दौरान वह किसी राजनीतिक कार्यक्रम, रैली, रोड शो में हिस्सा नहीं ले सकती हैं.
क्या था साध्वी प्रज्ञा का बयान?
दरअसल, साध्वी प्रज्ञा ने अपने एक संबोधन में बाबरी मस्जिद को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि ढांचा गिराने का अफसोस क्यों होगा, उस पर तो हम गर्व करते हैं. राम के मंदिर पर अपशिष्ट पदार्थ थे, उन्हें हमने हटा दिया. इससे हमारे देश का स्वाभिमान जागा है और हम भव्य राम मंदिर मनाएंगे’. उन्होंने खुद ये दावा किया है कि वो बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराने में शामिल थीं.
साध्वी का योगी फॉर्मूला
चुनाव आयोग के बैन के दौरान कोई भी प्रत्याशी किसी तरह का राजनीतिक प्रचार नहीं कर सकता है. लेकिन साध्वी ने इसका तोड़ कुछ वैसा ही निकाला जैसे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था. जब चुनाव आयोग ने योगी पर 72 घंटे का बैन लगाया था, लेकिन इस दौरान यूपी सीएम लखनऊ के हनुमान मंदिर, प्रयागराज के मंदिर और अयोध्या में हनुमानगढ़ी में पूजा करने पहुंच गए थे.
आपको बता दें कि इस बार चुनाव आयोग नेताओं के बयान पर सख्ती बरते हुए है. अभी तक आयोग की तरफ से बयानबाजी के लिए योगी आदित्यनाथ, आजम खान (दो बार), मेनका गांधी, मायावती समेत कई बड़े नेताओं पर बैन लगाया जा चुका है.