नई दिल्ली:
राजस्थान में मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर रस्साकशी जारी है. सचिन पायलट और अशोक गहलोत दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. उनके समर्थकों का भी सब्र जवाब दे रहा है. राजस्थान के करौली में कथित तौर पर सचिन पायलट के समर्थकों ने हंगामा किया और हाइवे जाम कर दिया…रोडवेज की कुछ बसों में तोड़फोड़ किए जाने की भी ख़बर है. इस बीच सचिन पायलट ने ट्वीट कर अपने समर्थकों से शांति और अनुशासन बनाए रखने की अपील की है. सचिन पायलट ने ट्वीट किया, ‘ सभी कार्यकर्ताओं से शांति एवं अनुशासन बनाए रखने का आग्रह करता हूं. मुझे पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर पूरा विश्वास है. माननीय राहुल गांधी जी एवं श्रीमती सोनिया गांधी जी जो फ़ैसला लेंगे उसका हम स्वागत करेंगे. हम सभी कांग्रेस के समर्पित, पार्टी की गरिमा बनाये रखना हम सभी की ज़िम्मेदारी है. सचिन पायलट ने एक और ट्वीट किया, ‘मीडिया के साथियो से आग्रह है कि कृपया अफवाहों को न प्रदर्शित करें और केवल प्रमाणित खबरों को ही चलाएं. इस समय अफवाहों को रोकने में आप हमारे साथी बने. आलाकमान द्वारा दिए गए फैसले का हम स्वागत करेंगे.
वहीं, करौली के पुलिस नियंत्रण कक्ष के अनुसार नादौती, केमरी, महावीर जी व हिंडौन में कुछ लोग इकट्ठे हुए जिन्हें समझा बुझाकर हटा दिया गया. भरतपुर रेंज की महानिदेशक मालिनी अग्रवाल ने कहा कि हिंडौन में कुछ लोग इकट्ठा हुए और जाम लगाने की कोशिश की लेकिन हालात सामान्य है. जयपुर में भी इनके समर्थकों ने पार्टी के प्रदेश मुख्यालय पर अपने अपने नेताओं के समर्थन में नारेबाजी की है.
बता दें कि राजस्थान में मुख्यमंत्री के नाम पर स्थिति साफ होती दिख रही है. सूत्रों के मुताबिक राजस्थान में अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा और इसका ऐलान आज जयपुर में किया जाएगा. हालांकि, अभी भी पूरी तरह से साफ नहीं हो पाया है कि अशोक गहलोत ही सीएम बनेंगे या फिर सचिन पायलट. सूत्रों की मानें तो अभी दोनों नेता दिल्ली में ही मौजूद हैं और सचिन पायलट अभी भी सीएम पद की मांग पर अड़े हैं. सचिन पायलट और अशोक गहलोत दोनों ही मुख्यमंत्री की रेस में थे.
विधायक दल की बैठक के बाद मुख्यमंत्री पद पर फैसला आलाकमान पर छोड़ दिया गया था. गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घर पर बैठकों के कई दौर चले. बताया जा रहा है कि बैठक में राजस्थान की कमान गहलोत को सौंप देने का फैसला किया गया. हालांकि, अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.