कटनी
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सर संघ चालक डॉ मोहन भागवत आज शाम अल्प प्रवास पर कटनी पहुंचे। एसपीजी और लोकल पुलिस के तगड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच मोहन भागवत ने कटनी में करीब एक घंटे का वक्त बिताया। जिले में संघ के टॉप लेबल के पदाधिकारियों के अलावा संघ प्रमुख के आगमन की किसी को खबर नहीं थी। पूरे प्रवास को अत्यंत गोपनीय रखा गया। संघ प्रमुख को केंद्र सरकार की ओर से जेड श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है, लिहाजा लोकल पुलिस के बड़े अधिकारियों को एन वक्त पर बताया गया। मोहन भागवत के साथ संघ के कुछ बड़े चेहरे मौजूद थे।
जानकारी के मुताबिक आज शाम 5 बजे मोहन भागवत का काफिला चित्रकूट से जबलपुर जाते वक्त कटनी के चाका स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल ( डीपीएस ) में रोका गया। हाइवे पर स्थित होने की वजह से डीपीएस में संघ प्रमुख का प्रवास आसान था। इसके अलावा पूर्व में भी संघ के बड़े शिविर एवं अन्य आयोजन डीपीएस में होते रहे हैं इसलिए श्री भागवत के अल्प प्रवास के लिए इस परिसर को चुना गया। सूत्रों के मुताबिक एसपीजी के अधिकारियों और कटनी पुलिस के आला अधिकारियों समेत भारी पुलिस बल की मौजूदगी में सर संघ चालक की अगवानी संघ के प्रांत प्रचारक एवं अन्य पदाधिकारियों ने की। डॉ मोहन भागवत ने करीब एक घंटे के प्रवास में डीपीएस स्कूल के संचालक अनुराग जैन एवं श्रीमती जूही जैन से स्कूल के संचालन के संबंध में जानकारी हासिल की तथा स्कूल परिसर का अवलोकन करते हुए स्कूल की सराहना की। उन्होंने बच्चों से कहा कि वे संस्कारों के साथ आगे बढ़े और देश के कल्याण के लिए काम करें।
चित्रकूट से लौटे भागवत
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत चित्रकूट से जबलपुर जाते वक्त कटनी में रुके। उल्लेखनीय है कि चित्रकूट के हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित युग तुलसी पंडित रामकिंकर उपाध्याय के जन्मशताब्दी कार्यक्रम में शामिल होकर संघ प्रमुख जबलपुर रवाना हुए हैं। चित्रकूट में उन्होंने कहा कि ‘कुछ लोग उभरते भारत को दबाने की कोशिश रहे हैं। यह सत्य भारत है, जो कभी दबता नहीं है। यह हर संकट से उबर कर आगे बढ़ता रहेगा। सनातन और संतों के काम में आने वाली बाधाओं को संघ के स्वयंसेवक डंडा लेकर दूर करेंगे।
सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत का जबलपुर में पांच दिवसीय प्रवास
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ मोहन भागवत का पांच दिवसीय प्रवास जबलपुर में आज 7 नवम्बर से शुरू होकर 11 नवम्बर तक रहेगा। इस पांच दिवसीय प्रवास के विविध प्रयोजन हैं, जिसके तारतम्य में 10 नवम्बर, सायं 4.30बजे वर्तमान में विश्व कल्याण हेतु हिंदुत्व की आवश्यकता विषय पर प्रबोधन प्राप्त होगा।