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राजेश श्रृंगारपुरे ने 12 सालों के बाद की मायथोलॉजी में वापसी

चाहे मराठी फिल्में हों, बॉलीवुड फिल्में हों या फिर टेलीविजन, राजेश श्रृंगारपुरे एक जाना-माना नाम हैं। उन्हें कई तरह की भूमिकाएं निभाने के लिये जाना जाता है। भगवान विष्णु, भगवान शिव, भगवान कृष्ण और अग्निदेव जैसे देवों की भूमिकाएं निभाने के बाद, राजेश श्रृंगारपुरे 12 सालों के अंतराल के बाद मायथोलॉजी जोनर में वापसी करने वाले हैं। -ज्ट के ‘कहत हनुमान जय श्री राम’ में राजेश, शनिदेव की भूमिका निभाते नज़र आयेंगे।

इस जोनर में वापसी करने के बारे में बताते हुए, राजेश श्रृंगारपुरे ने कहा, ‘‘एक अच्छे किरदार या भूमिका के लिये एक एक्टर को काफी इंतजार करना पड़ता है। शनिदेव एक ऐसा किरदार है, जिससे मैं पूरी तरह जुड़ा हुआ हूं। वह न्याय के देवता हैं और सारे जीवों के प्रति न्यायपूर्ण भावना रखते हैं, इसलिये मैं पूरी तरह से भगवान शनिदेव पर मोहित हूं। जब मुझसे इस किरदार के लिये बात की गयी मैंने तुरंत ही हां कर दिया था, क्योंकि मुझे यह बहुत ही चुनौतीपूर्ण लगा था। साथ ही पहले मैंने जिस तरह की भूमिकाएं निभायी हैं, उससे काफी अलग है। इस शो का शीर्षक ‘कहत हनुमान जयश्रीराम’ भी कानों में रस घोलता है और इस शो का हिस्सा बनने की मुझे बहुत खुशी है।’’

मायथोलॉजी किसी एक्टर के लिये एक कम्फर्ट जोन हो सकता है लेकिन इससे जुड़ी चुनौतियां खत्म नहीं हो जातीं। ऐसी ही कुछ चुनौतियों के बारे में बताते हुए, राजेश श्रृंगारपुरे कहते हैं, ‘‘इससे फर्क नहीं पड़ता कि एक एक्टर एक मायथोलॉजिकल किरदार निभाने का कितना अभ्यस्त है; इसकी भाषा, कपड़े और भारी-भरकम मेकअप सबसे बड़ी चुनौती है। इन सबके बावजूद, मुझे ऐसा लगता है कि एक पौराणिक चरित्र निभाने में एक एक्टर के अंदर जिस तरह का आत्मविश्वास आता है वह उसे कैमरे के सामने ताउम्र बनाये रखने के लिये काफी है। एक्टर्स को भगवान की भूमिका निभाने के लिये अपने हाव-भाव, ठहराव और शांतिपूर्वक डायलॉग बोलने की तरफ ज्यादा ध्यान देने की जरूरत होती है।

पेश है एक ऐसा किरदार, जो अपने व्यक्तित्व के कई सारे रंग बिखेर रहा है। राजेश श्रृंगारपुरे, शनिदेव की भूमिका निभाने के लिये खासे उत्साहित नज़र आ रहे हैं।

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