लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को सुल्तानपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि उन्हें पूर्ण विश्वास है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की जीवन रेखा बनेगा। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लखनऊ से शुरू होकर गाजीपुर तक जाने वाले 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का सुल्तानपुर में उद्घाटन किया। इस समारोह में प्रधानमंत्री मोदी की सराहना और स्वागत करते हुए योगी ने कहा, ‘‘पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे केवल आवागमन का एक माध्यम नहीं है, बल्कि पूर्वी उत्तर प्रदेश को विकास की एक नई जीवन रेखा के रूप में स्थापित करने के प्रयास का एक हिस्सा होगा जिसकी आजादी के बाद लगातार उपेक्षा हुई और जो आजादी के बाद से भौतिक विकास के मापदंडों को पूरा करने में विफल साबित हुआ।”
उन्होंने कहा आज प्रधानमंत्री का आगमन पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास को एक नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने की दिशा में किये जा रहे प्रयास का परिणाम है। योगी ने कहा कि साढ़े चार वर्ष में प्रदेश में विकास और आधारभूत ढांचा की दिशा में जो नये कार्य हुए हैं, वह सबके सामने हैं। उन्होंने कहा कि आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन हो रहा है और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे का निर्माण तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा गंगा एक्सप्रेस-वे का कार्य कुछ ही दिन में प्रारंभ होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि गोरखपुर और बलिया लिंक एक्सप्रेस-वे उसी विकास का हिस्सा बनने जा रहे हैं। सड़क परिवहन, रेल परिवहन और वायुसेवा की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए उन्होंने राज्य में बन रहे नये हवाई अड्डों की जानकारी दी और कहा कि यह नये भारत के नये उत्तर प्रदेश की तस्वीर है। विकास और आस्था के सम्मान के क्षेत्र में किये जा रहे कार्यों की भी मुख्यमंत्री ने चर्चा की।
उन्होंने विश्वास जताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पूर्वी उत्तर प्रदेश के विकास की जीवन रेखा बनेगा। उन्होंने कहा कि यह यातायात की सुगमता की दृष्टि से ही नहीं बल्कि रोजगार की ढेर सारी संभावनाओं को बढ़ावा देगा। योगी ने पूर्वांचलवासियों को पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के लिए बधाई दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, ‘‘जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश में एक्सप्रेस-वे तैयार होते जा रहे हैं, वैसे-वैसे यहां ‘इंडस्ट्रियल कॉरिडोर’ का काम शुरू हो रहा है। नये उद्योग जल्द लगने शुरू हो जाएंगे और 21 जगहों को चिह्नित किया जा चुका है।” उन्होंने कहा कि इन एक्सप्रेस-वे के किनारे जो शहर बसे हैं उसमें खाद्य प्रसंस्करण, कोल्ड स्टोरेज, भंडारण, इनसे जुड़ी गतिविधियां बढ़ने वाली हैं। उन्होंने कहा कि फार्मा, इलेक्ट्रिकल, टेक्सटाइल, हैंडलूम, फर्नीचर इन सभी कारोबार को उत्तर प्रदेश में बनने वाले नये एक्सप्रेस-वे नई ऊर्जा देने वाले हैं।