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रोपवे परियोजना के विरोध में प्रदर्शन, दुकानदारों व मजदूरों ने चाैथे दिन रखी हड़ताल, पुलिस पर पथराव

जम्मू.
जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित वैष्णो देवी मंदिर तक जाने के लिए प्रस्तावित रोपवे परियोजना के खिलाफ चाैथे दिन भी स्थानीय दुकानदारों और मजदूरों ने विरोध प्रदर्शन किया। सोमवार को बड़ी संख्या में दुकानदारों और मजदूरों ने श्रद्धालु बेस कैंप पर पुलिस पर पथराव किया, जिससे कटरा में हड़ताल तनावपूर्ण माहाैल बना हुआ है। मौके पर पुलिस बल तैनात किया गया है।

प्रस्तावित रोपवे परियोजना के विराेध में भवन मार्ग पर दुकानदारों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे हैं। भवन मार्ग पर पंचायत पुराना दारूड के निवासियों के साथ ही घोड़ा, पिट्ठू तथा पालकी के मजदूरों ने अपधा काम बंद रखा हुआ है। भवन मार्ग पर बाणगंगा क्षेत्र से लेकर मिल्कबार क्षेत्र तक सभी निजी व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद हैं। प्रदर्शनकारियों ने कटडा के मुख्य बस अड्डा पर भी प्रदर्शन किया। इस दौरान कटडा मुख्य बस अड्डा पर आने वाले वाहनों को प्रमुख मार्गों पर रुकना पड़ा। बेरोजगार होने से सशंकित प्रदर्शनकारियों ने श्राइन बोर्ड और रोपवे परियोजना के खिलाफ नारे लगाए। क्योंकि उन्हें लगता है कि इससे वे जाएंगे। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। प्रदर्शनकारियों की मांग है कि रोपवे परियोजना हिंदू श्रद्धालुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के समान है और तीर्थयात्रियों को सेवाएं प्रदान करने वाले मजदूरों के हितों को भी नुकसान पहुंचा रही है।

उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने ताराकोट मार्ग से सांझी छत के बीच 12 किलोमीटर के ट्रैक पर 250 करोड़ रुपये की यात्री रोपवे परियोजना आगे बढ़ने की योजना की घोषणा की है। इस प्रस्तावित रोपवे के विरोध में दुकानदारों के साथ घोड़ा और पालकी मालिकों की चार दिवसीय हड़ताल शुक्रवार से शुरू हुई थी। घोड़ा, पिट्ठू तथा पालकी मजदूरों की हड़ताल से मां वैष्णो के श्रद्धालुओं को पैदल ही यात्रा करनी पड़ रही है। हालांकि भवन मार्ग पर अर्द्धकुवांरी मंदिर क्षेत्र से भवन तक श्रद्धालुओं को बैटरी कार सेवा, हेलीकॉप्टर सेवा निरंतर मिल रही है। हड़ताल से दिव्यांगों के साथ बुजुर्गों, महिलाओं को भी परेशान होना पड़ रहा है। इसी तरह के विरोध के कारण परियोजना को पहले भी टाल दिया गया था।

इस बीच श्राइन बोर्ड के सीईओ अंशुल गर्ग ने कहा है कि रोपवे परियोजना एक गेम चेंजर होगी। खासकर उन तीर्थयात्रियों के लिए जो तीर्थस्थल तक खड़ी चढ़ाई करना चुनौतीपूर्ण मानते हैं। तीर्थयात्रा बिना किसी व्यवधान के जारी रही है। घटना के संबंध में रियासी जिले के पुलिस अधीक्षक परमवीर सिंह ने बताया कि तीन दिनों से लोग प्रदर्शन कर रहे, जिन्हें संभालने की कोशिश करते रहे, लेकिन साेमवार काे प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर पथराव किया है। पुलिस ने फिलहाल हालातों को काबू में कर लिया है।