– 19 जनवरी से प्रदेश के 52 जिलों के लिए पेंशन बहाली रथ यात्रा होगी शुरू
आम सभा, भोपाल : मध्यप्रदेश की सरकार बनाने में प्रदेश के लाखों कर्मचारियों का एक पक्षीय योगदान सरकार को याद रखना होगा साथ ही यह भी याद रखना होगा कि लाखों कर्मचारियों के भविष्य से जुड़ी हुई पुरानी स्थायी पेंशन बहाली को वचन पत्र में सम्मिलित किया गया है। एक वर्ष बीत जाने पर भी इस पर कोई कार्यवाही नहीं होने से प्रदेश के लाखों अध्यापको, पंचायत सचिवों, पटवारियों, पुलिसकर्मियों आदि कर्मचारियों में निराशा एवं आक्रोश का माहौल है। 19 जनवरी 2020 से प्रदेश के 52 जिलों में स्थायी पेंशन बहाली जागृति रथ यात्रा भोपाल से शुरू होगी।
उक्त आशय की जानकारी आज एक प्रेसवार्ता में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र सिंह राष्ट्रीय महासचिव दिनेश शर्मा, प्रदेश अध्यक्ष दिग्विजय सिंह, शिक्षक संघ अध्यक्ष, मनोहर दुबे, आजाद अध्यापक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष भरत पटेल, राज्य शिक्षक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राकेश नायक, पेंशन संघ के कार्यकारी अध्यक्ष रामचरण वर्मा, पेंशन संघ के प्रदेश महामंत्री राकेश पाण्डेय, पटवारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष राकेश पंवार ने देकर बताया कि अब हम स्थायी पेंशन बहाली की आवाज को बुलद करेंगे।
सरकार के वचन पत्र में सम्मिलित इस महत्वपूर्ण मांग पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है, जबकि यह वर्तमान सरकार के लिए अनार्थिक मांग है, क्योंकि स्थायी पेंशन लागू करने पर इसका भुगतान पेंशनधारियों को सेवा निवृति के उपरांत अर्थात आज से 20-40 वर्षों के बाद तद्समय की सरकार को करना होगा। फिर भी कार्यवाही शून्य होने से अब संगठन ने निर्णय लिया है कि 15 जनवरी 2020 से भोपाल से स्थायी पेंशन बहाली जागृति रथ यात्रा शुरू होगी इस यात्रा के प्रभारी संचालक म.प्र. पंचायत संगठन के प्रदेश अध्यक्ष एवं इस संगठन के राष्ट्रीय महासचिव दिनेश शर्मा होगे एवं पेंशन संघ में शामिल सभी अध्यापक संगठनों एवं अन्य संगठनों के प्रदेश अध्यक्ष उक्त यात्रा में अपनी पूर्ण भागीदारी करेंगे। यात्रा का शुभारंभ भोपाल से होगा और यह यात्रा प्रदेश के 52 जिलों में घूमकर एक माह में भोपाल में समापन होगी, समापन पर्व पर राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र के अध्यापक, पंचायत सचिव, पटवारी और ऐसे कर्मचारी जिनकी नियुक्ति 2005 के बाद