– शहीदों की शहादत को अब तिरंगा जब भी बोलेगा
आम सभा, भोपाल : पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री दीपक जोशी के मुख्य अतिथि में डॉक्टर लता स्वरांजलि की चतुर्थ कृति “प्रेमांजलि” का लोकार्पण दुष्यंत कुमार स्मारक पांडुलिपि संग्रहालय भोपाल में किया गया इस अवसर पर दीपक जोशी ने अपने वक्तव्य में कहा डॉक्टर लता जी की कविताओं में आसपास और समाज में व्यापक सदियों एवं भ्रष्टाचार का विरोध स्पष्ट दिखाई देता है आने वाली पीढ़ियों के लिए रचनाएं मार्गदर्शन का कार्य करेंगी अध्यक्षता कर रहे डॉ गौरी शंकर गौरी स्नेह प्रेमांजलि पर अपने विचार रखे कि जिस प्रकार बल्लारी वृक्ष पर छा जाती है उसी प्रकार स्वरांजलि के गीत गजल कविता साहित्य जगत रूपी वृक्ष में छाने वाली छाया का है।
स्वरांजलि के ओजस्वी सुभद्रा कुमारी चौहान की याद दिलाते हैं विशेष अतिथि पूर्व विधायक सेवड़ा प्रदीप अग्रवाल ने अपने उद्बोधन में कहा जो विधिक जो विभिन्न संस्कृतियों को जोड़ने की लेखनी सर्वधर्म समभाव की पावन गंगा प्रभावित हो रही है जो विभिन्न संस्कृतियों को जोड़ने का काम करती है सरस्वत अतिथि शैलेश शुक्ला ने कहा स्वरांजलि की शब्दों रचनाएं अनंत काम में है जिनका योग कभी समाप्त नहीं होगा पुस्तक की समीक्षा निर्दलीय समाचार के संपादक कैलाश आदमी ने की स्वरांजलि के गीत गजल जज्बातों का एक सुंदर गुलदस्ता है जिसकी सुगंध से जनमानस आत्मा विभोर हो जाता है डॉक्टर लता स्वरांजलि ने अपने काव्य पाठ में गीत गजल मुक्तक पढ़कर खूब वाहवाही लूटी।