पटना।
पटना हाईकोर्ट के वकील जितेन्द्र कुमार की हत्या मामले में उनकी पत्नी और खगौल के वार्ड पार्षद समेत चार को पुलिस ने हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है। बताया जा रहा है कि 20 करोड़ की संपत्ति के लिए वकील की हत्या कर दी गई।
बुधवार को दिनदहाड़े शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के राजवंशीनगर स्थित जल परिषद के पास स्कूटर से हाईकोर्ट जा रहे अधिवक्ता जितेन्द्र कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी गई। राहगीर की सूचना पर पहुंची पुलिस ने उन्हें राजवंशीनगर स्थित अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
शास्त्रीनगर थानेदार निहार भूषण ने बताया कि प्रारंभिक जांच में भूमि विवाद की बात सामने आ रही है। जितेन्द्र के बड़े भाई राजकुमार ने अधिवक्ता की पत्नी, साले सहित नौ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। देर शाम पत्नी सहित चार नामजद अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की एक टीम मुजफ्फरपुर भी भेजी गई है।
अलगाव के बाद पत्नी रहती है मायके में
खगौल के मोतीचौक निवासी जितेन्द्र कुमार हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं। जितेन्द्र समेत तीन भाई हैं। बड़े भाई राजकुमार होम्योपैथ डॉक्टर हैं। छोटा भाई संतोष है। जितेन्द्र पिछले कई सालों से अपने बड़े भाई राजकुमार और उनके परिवार के साथ ही राजीवनगर थाना क्षेत्र की मजिस्ट्रेट कॉलोनी की गुरु सहाय लेन में किराए के मकान में रहते थे।
जितेन्द्र की पत्नी नीतू सिंह 2007 से ही बेटी रुचि के साथ मुजफ्फरपुर के बनारस बैंक की यदुपति गली में अपने मायके में रहती हैं। नीतू ने अपने पति पर प्रताडऩा का केस दर्ज कराया था, तब से दोनों अलग रहते हैं।
सीनियर अधिवक्ता को लेने गए थे पुनाईचक
बड़े भाई राजकुमार ने बताया कि बुधवार की सुबह करीब साढ़े नौ बजे जितेन्द्र अपने स्कूटर से किसी काम से राजा बाजार के खाजपुरा स्थित बड़े भाई के क्लीनिक गए थे। बीस मिनट बाद वहां से हाईकोर्ट जाने के लिए निकले। रास्ते में वह रोज की तरह पुनाईचक में रहने वाले अपने सीनियर अधिवक्ता हरिशंकर राय को लेने जा रहे थे।
राजवंशी नगर के जल पर्षद कार्यालय के पास पहुंचे ही थे कि पीछे से किसी ने उनकी पीठ में गोली मार दी। गोली लगते ही वह वहीं गिर पड़े। एक राहगीर ने गोली की आवाज सुनी और मौके पर पहुंच गया। तब उनकी सांसें चल रही थीं।