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दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन को टिकट देने के मुद्दे पर ओवैसी ने अपनी दलीलें दीं

नई दिल्ली
दिल्ली विधानसभा चुनाव में दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन को टिकट देने के मुद्दे पर एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी ने अपनी दलीलें दीं। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि कानून इसकी इजाजत देता है। कहा कि अरविंद केजरीवाल भी दूध के धुले नहीं हैं। दिल्ली दंगे के आरोपी ताहिर हुसैन को दिल्ली विधानसभा चुनाव में एआईएमआईएम सुप्रीमो असदुद्दीन ओवैसी द्वारा टिकट देने के बाद काफी हो हल्ला मचा था। न्यूज चैनल आजतक के एक कार्यक्रम में ओवैसी ने इसको लेकर पूछे गए सवालों पर कई सारी दलीलें दीं। ओवैसी ने कहा कि हम मीडिया बाई ट्रायल को नहीं मानते। ताहिर का मामला कोर्ट में है।

मुझे उम्मीद है कि कोर्ट इंसाफ करेगा। जब उनसे पूछा गया कि आपने ताहिर को ही क्यों चुना, जब वह दंगे का मुख्य आरोपी है। इस पर ओवैसी ने कहा कि वह अभी सिर्फ आरोपी है। आप जज नहीं हैं। मीडिया बाई ट्रायल ने कई लोगों की जिंदगी खराब की है। पार्टी को लगा कि उन्हें टिकट देना चाहिए। कोर्ट में मामला है, वह तय करेगा। ओवैसी ने कहा कि ताहिर पर अभी सिर्फ आरोप है। कोर्ट ने अभी दोषी नहीं माना है। मुझे विश्वास है कि इंसाफ मिलेगा।

जब उनसे पूछा गया कि ताहिर पर उनकी नजर कैसे पड़ेगी, इस पर ओवैसी ने कहा कि नजर यूं पड़ी कि अरविंद केजरीवाल के उपर भी केस है। वो भी जेल गए। सिसोदिया भी जेल गए। दूध के धुए हैं क्या वो? बताइए वो भी तो जेल गए। यह अलग बात है कि उन दोनों को बेल मिल गई, जबकि वह पांच साल से जेल में है।

ओवैसी ने स्टेन स्वामी हत्या मामले में ज्यूडिशियल सिस्टम पर भी अंगुली उठाया। साथ ही कहा कि यह ज्यूडिशियल सिस्टम को देखना होगा कि केजरीवाल और सिसोदिया को बेल मिल गई और ताहिर पांच साल से जेल में है। कहा कि समझ में नहीं आ रहा है कि ये क्या हो रहा है। दिल्ली दंगे में मारे गए आईबी अधिकारी अंकित शर्मा का जिक्र करने पर ओवैसी बोले कि हम उसकी निंदा करते हैं, लेकिन ताहिर पर अभी सिर्फ आरोप है। ओवैसी ने कहा कि संसद में 40-45 प्रतिशत ऐसे सांसद हैं जिनपर ग्रीवियस चार्जेज हैं। इनमें किडनैपिंग से लेकर रेप तक के चार्जेज हैं। उनके बारे में कोई नहीं पूछेगा। और वे जीत जाते हैं। साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से कोई नहीं पूछेगा।