नई दिल्ली:
हिंदी के प्रसिद्ध साहित्यकार और आलोचक नामवर सिंह का निधन दिल्ली एम्स में मंगलवार रात तकरीबन 11.50 बजे हो गया। नामवर सिंह 93 साल के थे और सेहत खराब होने के कारण पिछले कुछ समय से एम्स में भर्ती थे। नामवर सिंह के निधन के बाद राजनीतिक दलों में भी शोक का माहौल है।
प्रसिद्ध साहित्यकार के निधन पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शोक जताया। इनके अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी शोक जताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने शोक जाहिर करते हुए कहा कि ,’उन्होंने अपनी आलोचना के साथ हिंदी साहित्य को नई दिशा दी।’ तो वहीं गृहमंत्री ने उनके निधन को निजी क्षति बताया।और कहा कि,’असहमतियों के बावजूद भी..वह लोगों को सम्मान और स्थान देना जानते थे। उनका निधन हिंदी जगत और हमारे समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।
तो वही अन्य राजनीतिक दलों में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी(माकपा) के सीताराम येचुरी ने कहा कि साहित्य की दुनिया में साहित्यकार और लेखक नामवर सिंह की हमेशा खास जगह रहेगी। उनका काम और योगदान आने वाले कई पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा।
स्वराज इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष योगेंद्र यादव ने कहा कि नामवर सिंह ने आलोचना और हिंदी भाषा को एक विशेष स्थान दिया। तो वही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कांग्रेस नेता संजय निरूपम और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी उनके निधन पर शोक जताया।
आपको बता दे कि डॉक्टर नामवर सिंह का जन्म जुलाई 1926 में यूपी के चंदौली जिले के जीयनपुर गांव में हुआ था। नामवर सिंह हिंदी साहित्य के बड़े रचनाकार हजारी प्रसाद द्विवेदी के शिष्य थे । उनकी गिनती हिंदी साहित्य जगत के बड़े समालोचकों में थी।