राम मंदिर के मुद्दे पर नेशनल कान्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने कहा है कि इस मामले को दोनों पक्षों में बातचीत के जरिए सुलझाना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि जब भी मंदिर बनेगा वो भी वहां एक पत्थर लगाने जाएंगे. बता दें कि राम मंदिर मामले पर अब 10 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी. बेंच का गठन 10 जनवरी को किया जाएगा.
फारूक अब्दुल्ला ने कहा, ”भगवान राम से किसी को बैर नहीं होना चाहिए. कोशिश करनी चाहिए सुलझाने की और बनाने की. जिस दिन ये हो जाएगा मैं भी एक पत्थर लगाने जाऊंगा. जल्दी समाधान होना चाहिए.”
आज सिर्फ 60 सकेंड तक इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि उसके द्वारा गठित एक उपयुक्त पीठ राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि मालिकाना विवाद मामले की सुनवाई की तारीख तय करने के लिए 10 जनवरी को आदेश देगी.
प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई और न्यायमूर्ति एस के कौल की पीठ ने कहा, ‘एक उपयुक्त पीठ मामले की सुनवाई की तारीख तय करने के लिए 10 जनवरी को आगे के आदेश देगी.’
अलग-अलग पक्षों की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता हरिश साल्वे और राजीव धवन को अपनी बात रखने का कोई मौका नहीं मिला.