पटना।
बिहार में अब बंगले की सियासत हो रही है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक लिस्ट जारी की है, जिसमें बताया गया है कि नीतीश कुमार की सरकार ने किन अपनों को नियमों को दरकिनार कर बंगले आवंटित किए हैं। यह मामला तब गरमाया, जब बुधवार को तेजस्वी यादव से बंगला खाली कराने जिला प्रशासन की टीम पहुंची।
विदित हो कि बुधवार की सुबह जिलाधिकारी के आदेश पर प्रशासनिक अधिकारी पुलिस बल के साथ नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का आवास खाली कराने पहुंच गए। इसकी भनक लगते ही तेजस्वी यादव के पक्ष में बंगला के गेट पर पहले से एक पर्चा साटा गया था, जिसमें बताया गया था कि बंगला खाली कराने का मामला फिलहाल हाईकोर्ट में है। इसे देखकर प्रशासनिक अधिकारी असमंजस में पड़ गए। इसी बीच राजद के विधायक व नेता वहां धरने पर बैठ गए। बाद में प्रशासन की टीम बंगला खाली कराए बिना लौट गई।
फिलहाल कोर्ट में लंबित है मामला
दरअसल, यह बंगला सरकार ने उपमुख्यमंत्री को आवंटित कर रखा है। तेजस्वी जब उपमुख्यमंत्री थे, तब यह उनके नाम से आवंटित था। बाद में जब महागठबंधन की सरकार गिरी, तब राजग की नई सरकार में सुशील मोदी उपमुख्यमंत्री बने। सरकार ने यह बंगला भी उन्हें आवंटित किया। लेकिन तेजस्वी ने बंगला खाली करने से इनकार करते हुए कोर्ट की शरण ली। मामला फिलहाल कोर्ट में लंबित है।
तेजस्वी ने जारी की अवैध आवंटियों की लिस्ट
घटना के बाद तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लिया। उन्होंने एक लिस्ट भी जारी कि, जिसमें नौ ऐसे नेताओं व जनप्रतिनिधियों के नाम हैं, जिन्हें प्रावधानों को दरकिनार कर बंगले आवंटित किए गए हैं। तेजस्वी के अनुसार नीतीश सरकार ने मंत्री स्तर के नौ बंगलों को अवैध रूप से आवंटित किया है।
उन्होंने बताया कि विधायक लेशी सिंह, नरेंद्र नारायण यादव, रंजू गीता व उमेश सिंह कुशवाहा तथा विधान पार्षद अशोक कुमार चौधरी व रणवीर नंदन को मंत्री स्तर के बंगले दिए गए हैं। इसके अलावा संजय सिंह (गांधी जी), संजय सिंह (पूर्व विधान पार्षद), संजय झा (पूर्व विधान पार्षद) को भी नियम विरुद्ध बंगले दिए गए हैं। तेजस्वी ने बाकायदा इसकी लिस्ट जारी की, जिसपर आप भी एक नजर डालिए…
नीतीश के पास पटना से दिल्ली तक कई बंगले
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि कानून अपना काम करेगा, नीतीश कुमार क्यों व्याकुल हो रहे हैं? तेजस्वी ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार के पास खुद पटना से लेकर दिल्ली तक कई बंगले हैं। पहले वे उन्हें खाली करें।
तेजप्रताप का जागा भाई प्रेम, कही ये बात
तेजस्वी के बंगला विवाद को लेकर बिहार की राजनीति गरमा गई। बीते करीब एक महीने से परिवार से दूरी बनाए लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव का भाई प्रेम भी जागा। उन्होंने नीतीश कुमार को खुला चैलेंज दिया कि लालू परिवार को कमजोर समझने की भूल ना करें। कहा कि मामला कोर्ट में लंबित है और नीतीश कुमार को इसे खाली कराने की जिद है। राज्य में हालात खराब हैं और वे बंगला-बंगला खेल रहे हैं।
राजद नेताओं ने कही ये बातें
राजद नेता भाई वीरेन्द्र ने कहा कि पहले तो सरकार ने जदयू नेता संजय सिंह का बंगला खाली कराए। वशिष्ठ नारायण सिंह को किस आधार पर बंगला मिला है? तेजस्वी तो नेता प्रतिपक्ष हैं, उनका बंगला खाली कराने की हड़बड़ी क्यों? पहले जो अवैध रूप से रह रहे हैं, उनके बंगले तो खाली कराएं।
राजद के प्रदेश अध्यक्ष रामचंद्र पूर्वे ने कहा कि नीतीश कुमार गलत काम करने में लगे हैं। मामला कोर्ट में लंबित है, फैसला आ जाने दीजिए। कुछ राजद नेताओं का कहना था कि ये बंगला प्रशांत किशोर के लिए खाली कराया जा रहा है। इसके लिए जानबूझकर तेजस्वी यादव को परेशान किया जा रहा है।