नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने गुरुवार को देश में नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) कैडेट्स के ऑनलाइन प्रशिक्षण में सहायता के लिए एक मोबाइल एप लॉन्च किया। एप की लॉन्चिंग के मौके पर रक्षा मंत्री के अलावा चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, रक्षा सचिव अजय कुमार, महानिदेशक एनसीसी लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चोपड़ा सहित मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ लोग और सैन्य अधिकारी उपस्थित थे।
इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हम आत्मनिर्भर बनकर दुनिया के लिए कुछ अच्छा करना चाहते हैं। इस दिशा में कुछ कड़े नीतिगत सुधार किए गए हैं, जैसे 101 रक्षा वस्तुओं के आयात पर प्रतिबंध। हम सिर्फ मेक इन इंडिया नहीं, मेक फॉर वर्ल्ड का लक्ष्य हासिल करना चाहते हैं। इस मौके पर सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा कि भारत आज कई चुनौतियों और खतरों का सामना कर रहा है। कोरोना के लिए हमारी सामूहिक प्रतिक्रिया ने ऐसी किसी भी अप्रत्याशित घटना को दूर करने की हमारी क्षमता को मजबूती से स्थापित किया है। उन्होंने आगे कहा कि, हमारे पास स्वदेशी हाई-एंड वेपन सिस्टम बनाने के साधन हैं, क्षमता है और इच्छाशक्ति है। सरकार के सही दिशा में धकेलने और आत्मनिर्भर भारत के विजन को आगे बढ़ाने का अवसर है।
हम रक्षा उपकरणों के शुद्ध निर्यातक बनें: रावत
उन्होंने कहा कि, यही सही मौका है कि हम अपने पैरों पर खड़े हों और रक्षा उपकरणों के शुद्ध निर्यातक बनें। जनरल बिपिन रावत ने आगे कहा कि, सशस्त्र सेनाएं आत्मनिर्भर भारत को समर्थन देने के लिए दृढ़ संकल्प हैं। स्वेदश में बनी तकनीक और हथियारों से युद्धों में लडक़र जीत हासिल करने से ज्यादा संतुष्टि हमें और कहीं नहीं मिलेगी।
ऑनलाइन प्रशिक्षण के लिए ‘ऐप’ जारी
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एनसीसी कैडेट के ऑनलाइन प्रशिक्षण में मदद के लिए बृहस्पतिवार को एक ‘ऐप’ जारी किया। रक्षा मंत्री ने एक बयान में कहा कि कोविड-19 के कारण लगे प्रतिबंधों के मद्देनजर, एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) कैडेटों के प्रशिक्षण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है क्योंकि यह ज्यादातर सम्पर्क-आधारित प्रशिक्षण है। बताया गया कि निकट भविष्य में स्कूलों और कॉलेजों के खुलने की संभावना नहीं है, इसलिए महसूस किया गया कि डिजिटल माध्यमों का उपयोग कर एनसीसी कैडेट्स को प्रशिक्षण दिया जाए। बयान में कहा कि ‘डीजीएनसीसी ऐप’ का लक्ष्य एनसीसी कैडेटों को पाठ्यक्रम, प्रशिक्षण वीडियो, अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न सहित सभी प्रशिक्षण सामग्री एक मंच पर मुहैया कराना है।