बिहार:
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मुज़फ़्फ़रपुर स्थित श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (SKMCH) पहुंचने पर स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया. इस अस्पताल में एक्यूट एन्सिफेलाइटिस सिन्ड्रोम (AES) से अब तक 89 बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि पूरे शहर में अब तक 108 बच्चे इस बीमारी के कारण जान गंवा चुके हैं. मुज़फ़्फ़रपुर के श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (SKMCH) के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट सुनील कुमार शाही ने बताया, “मुख्यमंत्री (नीतीश कुमार) ने मरीज़ों और उनके परिजनों से मुलाकात की. वह मरीज़ों को दिए जा रहे उपचार से संतुष्ट थे, तथा उन्होंने हमें रोज़ दोपहर 3 बजे बुलेटिन जारी करने का आदेश दिया है. उन्हें इस बात से बहुत दुःख पहुंचा कि यहां इलाज के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं.” अस्पताल में मौत का सिलसिला 17 दिन पहले शुरू हुआ था, जो अब तक जारी है. पूरे बिहार में अब तक 126 बच्चों की मौत हो चुकी है, और मुख्यमंत्री के इस रवैये से लोगों में काफी नाराज़गी है.
समूचे बिहार में जारी एक्यूट एन्सिफेलाइटिस सिन्ड्रोम (AES) के तांडव में सवा सौ से ज़्यादा, और सिर्फ मुज़फ़्फ़रपुर में 109 बच्चों के काल के गाल में समा जाने के बाद सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को फुर्सत मिली, और मंगलवार को वह मुज़फ़्फ़रपुर के श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (SKMCH) पहुंचे, जहां अब तक 89 बच्चों की मौत हो चुकी है. SKMCH के अलावा मुज़फ़्फ़रपुर के ही केजरीवाल अस्पताल में भी 19 बच्चे इस जानलेवा बीमारी का शिकार हो चुके हैं.