आम सभा,निवावर/सांईखेडा।
अनुसूचित जाति वर्ग में अनेक महापुरुषों, संत, महात्मा, गुरुओं व महान क्रांतिकारी वीर सपूत ने जन्म लिया है। जिनका देश और समाज के लिए प्राणों की आहुति दी है। ऐसे ही एक बलिदानी पुरुष मध्यप्रदेश के जिला नरसिंहपुर तहसील गाडरवारा के नगर चीचली मैं सन 1942 के स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गांधी जी के आवाहन पर रविदासी समाज के महान पराक्रमी वीर मनीराम अहिरवार थे। जिन्होंने चीचली गौड़वाना राजमहल की सुरक्षा में कुर्बानी दी, तथा समाज से उन दिनों अंग्रेजों द्वारा बेगारी प्रथा जबरन कराई जाती थी। जिसके विरुद्ध वीर मनीराम अहिरवार जी ने अंग्रेजी सेना से युद्ध लडा और उन्हें परास्त कर गांव से खदेड़ दिया था।
अमर शहीद वीर मनीराम अहिरवार जी के सुपौत्र मूलचन्द मेधोनिया को जिला नरसिंहपुर रविदासिया चौधरी ने उन्हें ग्राम निवावर ब्लाक सांईखेडा में आमंत्रित किया और उन्हें सम्मानित किया। तथा सामाजिक संगठन के सभी पदाधिकारियों समेत सदस्यों ने मांग की है कि आजादी के आन्दोलन में कुर्बानी देने वाले हमारे रविदास वंशीय समाज के महान क्रांतिकारी वीर सपूत मनीराम अहिरवार जी को आज तक किसी भी सरकार द्वारा शहीद का दर्जा नहीं दिया गया है। जबकि उन पर अंग्रेजी सेना ने अनेक फायरिंग कर गोली चलाई जिसमें उनके गांव के वीर मंसाराम जसाटी व वीरांगना गौरादेवी जी की मौके पर शहीद हुए थी। तथा हमारे क्रांतिकारी मनीराम जी अहिरवार को अंग्रेजी सेना के सैनिक उन्हें धोके से गुप्त रूप से गिरफ्तार कर जबलपुर ले गई और उनसे रविदास समाज सहित अन्य समाज के लोगों को अग्रेजी सेना में गुलामी एवं बेगारी कराने के लिए ले आने का दबाव बनाकर कहा जा रहा था कि उन्हें अंग्रेजी सेना से सरदार की उपाधि देगें। लेकिन वीर मनीराम अहिरवार जी ने देश व समाज के स्वाभिमान के खातिर शहादत देकर सम्पूर्ण समाज को गौरवान्वित किया है। ऐसे महान विभूति के सुपौत्र मूलचन्द मेधोनिया का चौधरी समाज ने मांग की है कि आजादी के दीवाने वीर शहीद मनीराम जी अहिरवार को राष्ट्रीय शहीद का दर्जा दिया जाये।