आम सभा, भोपाल।
प्रदेश के पांच बड़े कर्मचारी संगठनों के आव्हान पर 17 सूत्रीय मांगों को लेकर किये जा रहे चरणवद्ध आंदोलन के पांचवें चरण में पूरे प्रदेश के 52 जिलों में मुख्य मंत्री एवं मुख्य सचिव के नाम का ज्ञापन प्रभारी मंत्री, मंत्री सांसद, विधायक के माध्यम से सौंपा जायेगा। भोपाल में पांचवे चरण के आंदोलन का ज्ञापन चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग को 11.30 बजे उनके निवास पर जाकर सौंपे जाने का निर्णय लिया गया है।
आदोलन का एलान म.प्र. लिपिक वर्गीय शासकीय कर्मचारी संघ, म.प्र. लघु वेतन कर्मचारी संघ, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, म.प्र.शासकीय वाहन चालक यांत्रिक कर्मचारी संघ, म.प्र. पेंशनर एसोसिएशन द्वारा किया गया है। मांगों में प्रमुख रूप से विभागाध्यक्ष एवं उसके अधीनस्थ कार्यालयों में कार्यरत् लिपिकों को मंत्रालय के समान समयमान वेतनमान, सहायक ग्रेड-3 का पदनाम परिवर्तित कर सहायक ग्रेड-3 कम डाटा इन्दी आपरेटर करते हुये ग्रेड पे 2400 करने, नृत्य का पदनाम परिवर्तित कर कार्यालय सहायक करने, बंद पड़ी पदोन्नतियां प्रारंभ करने, सी.पी.सी.टी. परीक्षा निर्धारित समय में उत्तीर्ण नहीं कर पाने के कारण किसी भी सेवक की सेवा समाप्त नहीं करने, टैक्सी प्रथा बंद कर रिक्त पदों पर वाहन चालको की नियुक्तियां प्रारंभ करने, पुरानी पेंशन बहाल करने, 30 जून को सेवा निवृत्त होने वाले कर्मचारियों को एक विशेष वेतन वृद्धि का लाभ दिये जाने, स्टायफंड की राशि को 70, 80 90 प्रतिशत के स्थान पर नियुक्ति दिनोंक से वेतनमान दिये जाने, आऊट शोर्ष प्रथा बंद करते हुये आऊट शोर्ष पर लगे कर्मचारियों को नियमित किये जाने, महगाई भत्ता 4 प्रतिशत जनवरी 2023 से दिये जाने, आदि मांगों को लेकर 25 जून को ज्ञापन दिये जाने हेतु आंदोलन की तैयारी को लेकर 22 जून को निमार्ण भवन में एक आपात बैठक सम्पन्न हुई। सम्पन्न बैठक में प्रमुख रूप से एम.पी. द्विवेदी, महेन्द्र शर्मा, एस. एस. रजक, विमलेश रजक के अतिरिक्त उमाशंकर तिवारी, मोहन अय्यर, संजय दुबे, रामकुन्डल सेन, आदि कर्मचारी नेता उपस्थित थे। सभी कर्मचारी प्रतिनिधि भोपाल में ज्ञापन देने हेतु चिकित्सा शिक्षा मंत्री के निवास पर प्रातः 11 बजे एकत्रित होगे जारी विज्ञप्ति में अधिक से अधिक प्रतिनिधियों को उपस्थित होने की अपील की गई है।