शिलांग : मेघालय के पश्चिम गारो हिल्स जिले में कोविड-19 प्रतिबंधों का कथित रूप से उल्लंघन करने के लिए एक विक्रेता की सब्जियां कुछ पुलिसकर्मियों द्वारा फेंके जाने के एक दिन बाद प्राधिकारियों ने शनिवार को बुजुर्ग महिला से माफी मांगी और नुकसान की भरपाई की। यह जानकारी अधिकारियों ने दी। कुछ व्यक्तियों द्वारा इन पुलिसकर्मियों के कृत्य की रिकॉर्डिंग करके उसे सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने जिला प्रशासन से घटना में शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करने और महिला की आर्थिक क्षतिपूर्ति करने के लिए कहा।
कर्फ्यू शुरू होने पर पुलिसकर्मियों के एक समूह ने शुक्रवार अपराह्न करीब तीन बजे महिला की सब्जी की टोकरियां सड़क पर फेंक दी, जिससे वह गुस्सा हो गई लेकिन वह साथ ही असहाय थी। एक अधिकारी, कई अन्य के साथ तुरा में बुजुर्ग महिला के घर गए और उससे बिना शर्त माफी मांगी। उन्होंने उसे हुए नुकसान के लिए मौद्रिक मुआवजा भी सौंपा। इससे पहले दिन में, मुख्यमंत्री ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘जो हुआ वह पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
मैंने डीसी और एसपी को जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने और संबंधित व्यक्ति को मुआवजा देने के लिए कहा है।” संगमा ने कहा कि उन्होंने जिले के शीर्ष अधिकारियों से कहा है कि यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। उन्होंने कहा, ‘‘ये सभी के लिए कठिन समय है। हमें राज्य के नागरिकों के साथ मिलकर काम करना चाहिए।”
पश्चिम गारो हिल्स जिले के एसपी वी एस राठौर ने भी पुलिस विभाग की ओर से महिला से माफी मांगते हुए आश्वासन दिया कि दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी। राठौर ने कहा, ‘‘यह शर्मनाक कृत्य मेघालय पुलिस के लोकाचार के खिलाफ है।”
जिला उपायुक्त राम सिंह ने कहा कि पुलिस कर्मियों को समाज के हाशिए पर रहने वाले वर्ग के लोगों की वर्तमान स्थिति को ध्यान में रखने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम बाजारों का समय भी बढ़ाएंगे।”