लखनऊ
लोकसभा चुनाव के लिए छठे फेज की वोटिंग (12 मई) से ठीक पहले यूपी में सियासी दलों के बीच जुबानी जंग और तीखी होती जा रही है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की मुखिया मायावती ने पीएम नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि पीएम राजनीतिक स्वार्थ के लिए जबरदस्ती पिछड़ी जाति के बने हैं। अगर मोदी जन्म से पिछड़ी जाति के होते तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) उन्हें कभी भी प्रधानमंत्री नहीं बनाती।
मायावती ने एक के बाद एक दो ट्वीट करके पीएम पर निशाना साधा। मायावती ने पहले ट्वीट से मोदी के गठबंधन पर जातिवादी होने के लगाए गए आरोप पर पलटवार किया है। मायावती ने ट्वीट किया, ‘पीएम मोदी ने अब और कुछ नहीं तो गठबंधन पर जातिवादी होने का जो आरोप लगाया है, वह हास्यास्पद और अपरिपक्व है। जातिवाद के अभिशाप से पीड़ित लोग जातिवादी कैसे हो सकते हैं? मोदी जन्म से ओबीसी नहीं हैं, इसीलिए उन्होंने जातिवाद का दंश नहीं झेला है और ऐसी मिथ्या बातें करते हैं।’
‘सियासी स्वार्थ के लिए पिछड़ी जाति का होने का दावा’
मोदी के आरोप को हास्यास्पद और अपरिपक्क बताने के बाद मायावती ने दूसरा ट्वीट करके पीएम मोदी पर आरोप लगाया कि वह राजनीतिक स्वार्थ के लिए पिछड़ी जाति का होने का दावा करते हैं। मायावती ने कहा, ‘मोदी अपने को जबरदस्ती पिछड़ा बनाकर जातिवाद का खुलकर राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करते हैं। वे अगर जन्म से पिछड़े होते तो क्या आरएसएस उन्हें कभी भी पीएम बनने देती?’
कल्याण सिंह के बहाने आरएसएस पर भी हमला
इतना ही नहीं मायावती ने यह भी आरोप लगाया कि कल्याण सिंह पिछड़ी जाति के हैं, इसलिए आरएसएस ने उन्हें साइडलाइन कर दिया है। आपको बता दें कि कल्याण सिंह लोधी जाति के हैं। मायावती ने उनके लिए ट्वीट में लिखा, ‘कल्याण सिंह जैसों का आरएसएस ने क्या बुरा हाल किया है। यह देश क्या नहीं देख रहा है?’
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