एण्डटीवी के ‘एक महानायक डॉ. भीमराव आम्बेडकर‘ में एक ऐसे आसाधारण व्यक्तित्व वाले डॉ. बी.आर.आम्बेडकर के जीवन की कहानी दिखाई गई है, जिसे इससे पहले कभी नहीं देखा गया। इसमें बताया गया है कि कैसे सही के लिए हमेशा एक जंग की भावना मन में रखकर आम्बेडकर एकजुट भारत के अग्रदूत बने, हाल ही में इस शो ने अपना 200वां एपिसोड पूरा किया। आगामी एपिसोड्स में लोगांे को हाई-वोल्टेज ड्रामा देखने को मिलने वाला है, जहां भीम की दुनिया पूरी तरह से टूट जाती है। एक तरफ जहां उनकी बुआ, मीराबाई (फाल्गुनी दवे) को ऊंची जात की वजह से चोट लग जाती है।
तो वहीं दूसरी तरफ महाराज भीमराव(आयुध भानुशाली) को चोट पहुंचाने और उसके परिवार को परेशान करने की योजना बनाता है, इसलिए वह मीरा बाई को मृत्यु के करीब पहुंचाने की पूरी योजना बना चुका है। उन्हें जल्द से जल्द अस्पताल पहुंचाना बहुत जरूरी है और उसके लिए, भीमाबाई (नेहा जोशी) को चारपाई की जरूरत है ताकि वह मीराबाई को उस पर लिटाकर अस्पताल ले जा सके। लेकिन एक चारपाई लेने के लिए उसके पास अपने सोने के झुमकों को बेचने के अलावा कोई भी विकल्प नहीं होता। भीम देखता है कि उसके पिता बर्तन धो रहे हैं और झाड़ू पोंछा लगा रहे हैं।
कैसे ये चीजे भीम को प्रभावित करेंगी? इस एपिसोड में आगे क्या होगा इसके बारे में विस्तार से बताते हुए, नेहा जोशी (भीमाबाई) ने कहा, श्यह एपिसोड भीमराव और उनके परिवार के बीच के अटूट प्यार पर जोर देता है। वे एक-दूसरे के लिए बहुत बड़ी ताकत हैं और हर मुश्किल स्थिति का बहुत ही धैर्य और साहस के साथ सामना करते हैं। लेकिन इस अन्याय की सजा उसकी मां और बुआ को मिलती है, जो भीमराव को बहुत ही गहराई तक प्रभावित करता है। इस एपिसोड में बहुत सारी भावनाएं, ड्रामा और दिल को छू लेने वाले सीन्स हैं जोकि निश्चित रूप से दर्शकों की आंखो में आंसू लेकर आएंगे।