आम सभा, भोपाल : समीक्षा में बैठक में जानकारी दी गई कि मध्यप्रदेश में रिकवरी रेट 60.4 है, जो राजस्थान के 68.3 के बाद देश में दूसरे क्रम पर बेहतर है। यह देश के रिकवरी रेट से 12.3 प्रतिशत अधिक है। गत 13 अप्रैल को प्रदेश में 9 प्रतिशत रिकवरी रेट ही था, जो डेढ़ माह में 60 प्रतिशत तक पहुंचा है। देश में रिकवरी रेट के मामले में उत्तरप्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु और महाराष्ट्र मध्यप्रदेश से पीछे हैं, जो क्रमश: 59.9, 59.1, 57.1 और 53.4 के साथ तीसरे से लेकर छटवें स्थान पर आते हैं। देश का औसत रिकवरी रेट 48.1 है।
प्रदेश में 8283 प्रकरणों में से एक्टिव केसेस 2922 हैं। इनमें 5003 रिकवर केसेस हैं। प्रदेश में इस समय करीब 6000 टेस्ट प्रतिदिन की क्षमता विकसित हो गई है। रविवार को प्रदेश में 6023 टेस्ट हुये जो एक दिन में हुये सर्वाधिक टेस्ट हैं। प्रदेश में 21 लैब यह कार्य कर रही हैं। इंदौर की स्थिति में सुधार परिलक्षित हुआ है। आई.सी.यू. और बिस्तर क्षमता की उपलब्ध व्यवस्था का लगभग एक तिहाई उपयोग करने की ही जरूरत पड़ रही है। प्रदेश में ऐसे जिलों की संख्या चार है जहाँ गत 21 दिन में कोई पॉजिटिव केस नहीं मिला है। अभी प्रदेश में 958 कंटेनमेंट क्षेत्र हैं। प्रदेश में 1149 मोबाइल मेडिकल यूनिट और 3670 सर्वे दल कार्य कर रहे हैं। फीवर क्लीनिक 1197 हैं।