मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की 20 मार्च के हुई प्रेस कांफ्रेंस में शामिल होने वाले एक पत्रकार पर मामला दर्ज किया गया है। इसी कांफ्रेंस में उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया था। जिसमें वह पत्रकार भी शामिल हुए थे जिनकी बेटी ब्रिटेन से लौटी थी और उसे घर के अंदर एकांतवास में रहने की सलाह दी गई थी।
प्रेस कांफ्रेंस के कुछ दिनों बाद पत्रकार और उनकी बेटी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। शुक्रवार शाम को श्यामला हिल्स पुलिस स्ट्शन में पत्रकार के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (सरकारी सेवक के कानूनी आदेश की अवहेलना), धारा 269 (उपेक्षापूर्ण कार्य जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रमण फैलना संभाव्य हो), धारा 270 (परिद्वेषपूर्ण कार्य, जिससे जीवन के लिए संकटपूर्ण रोग का संक्रमण फैलना संभाव्य हो) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पत्रकार पर कोरोना वायरस महामारी से संबंधित सरकार के प्रतिबंधात्मक आदेशों का उल्लंघन करने के लिए मामला दर्ज किया गया है। पत्रकार की बेटी एक स्नातकोत्तर कानून की छात्रा हैं जो 18 मार्च को लंदन से भोपाल लौटी थीं। उसे घर में एकांतवास में रहने के लिए कहा गया था। लेकिन उसके घर आने के दो दिन बाद ही पत्रकार कमलनाथ की प्रेस कांफ्रेंस में शामिल होने के लिए चले गए।
22 मार्च को पत्रकार की बेटी कोरोना पॉजिटिव पाई गईं। तीन दिन बाद पत्रकार भी इसके संक्रमण में पाए गए। सूत्रों ने कहा कि इसके बाद उन मीडियाकर्मियों और अन्य लोगों के बीच घबराहट पैदा हो गई, जो प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुए थे। अभी तक राज्य में कोरोना के 33 मामले पॉजिटिव मिले हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि संक्रमितों में से 16 इंदौर, आठ जबलपुर, तीन-तीन भोपाल और उज्जैन, दो शिवपुरी और एक ग्वालियर से है। वहीं कोविड-19 से संक्रमित होने वाले इंदौर और उज्जैन के एक-एक मरीज की मौत हो गई है।