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मध्यप्रदेश अपने आप में है फिल्म सिटी : एसीएस शुक्ला

फिल्म की स्क्रिप्ट में आवश्यक सभी एलिमेंट मध्यप्रदेश में : निर्देशक श्री विशाल फुरिया
मध्यप्रदेश के स्थानीय कलाकार बहुत मेहनती और अच्छे : सुश्री मोनिशा आडवाणी
मध्यप्रदेश के कलाकारों के साथ काम करना फिल्म निर्माताओं का सौभाग्य : लेखक और गायक श्री किरकिरे
मध्यप्रदेश में शूटिंग करना जैसे बचपन जीने जैसा : अभिनेता श्री परिहार
"द फ्यूचर ऑफ फिल्म सेक्टर इन मध्यप्रदेश : फ्रॉम रील टू रियल ग्रोथ" पर हुआ पैनल डिस्कशन
मध्यप्रदेश को वैश्विक फिल्म हब बनाने पर मंथन, ट्रैवल मार्ट में विशेषज्ञों ने रखा भविष्य का खाका

भोपाल 
अपर मुख्य सचिव पर्यटन, संस्कृति और गृह एवं प्रबंध संचालक एमपी टूरिज्म बोर्ड श्री शिव शेखर शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश अपने आप में फिल्म सिटी है। यहां की हर लोकेशन मनभावन और शानदार है जो फिल्म की खूबसूरती को और बढ़ा देती है। अपर मुख्य सचिव श्री शुक्ला मध्यप्रदेश ट्रैवल मार्ट में "द फ्यूचर ऑफ फिल्म सेक्टर इन मध्यप्रदेश : फ्रॉम रील टू रियल ग्रोथ" पर हुए पैनल डिस्कशन में अपने विचार रख रहे थे। अपर मुख्य सचिव श्री शुक्ला ने कहा कि मध्यप्रदेश फिल्मांकन के लिए सुरक्षित और अपने आप में शांतिप्रिय राज्य है। यहां की प्रमुख विशेषता लाइन प्रोड्यूसर है। जिन्होंने निर्माताओं और निर्देशकों के लिए फिल्मांकन आसान बना दिया है। 

अपर प्रबंध संचालक एमपी टूरिज्म बोर्ड सुश्री बिदिशा मुखर्जी ने कहा कि मध्यप्रदेश अब फिल्म शूटिंग के लिए पसंदीदा राज्य बन गया है। इसके तीन मुख्य कारण है। फिल्म फ्रेंडली पॉलिसी, ईज़ ऑफ डूइंग बिजनेस और शानदार लोकेशंस। फिल्म पर्यटन नीति में स्थानीय संस्कृति, महिलाओं पर केंद्रित, प्रदेश की स्थानीय भाषाओं में फिल्म, स्थानीय कलाकारों को फिल्म में लेने पर आकर्षक अनुदान दिया जा रहा है। पारदर्शी और त्वरित सिंगल विंडो सिस्टम ने फिल्मांकन को आसान बनाया है। इससे कही अधिक तो यहां के शूटिंग फ्रेंडली लोग है जिन्होंने फिल्मांकन को घर जैसा माहौल दिया है। 

मध्यप्रदेश टैलेंट की नर्सरी – प्रसिद्ध अभिनेता श्री गजराज राव
प्रसिद्ध अभिनेता श्री गजराज राव ने कहा कि मध्यप्रदेश में पर्यटन के अधिकारी मोटिवेटेड और ऊर्जावान है। सभी अपने कार्यों को लेकर समर्पित है। इसका सीधा असर प्रदेश में आसान शूटिंग के रूप में देखने को मिलता है। स्थानीय लोगों का प्रेमपूर्वक व्यवहार ने इसे और अधिक सुविधाजनक बना दिया है। मध्यप्रदेश में साहित्य और रंगमंच का पुराना इतिहास रहा है। मध्यप्रदेश को टैलेंट की नर्सरी कहा जा सकता है। बॉम्बे से सहयोगी कलाकार लाने की जरूरत नहीं पड़ती है। मध्यप्रदेश में स्थानीय स्तर पर ही योग्य कलाकार मौजूद है। इसे फिल्म निर्माताओं का काम सरल हो जाता है। 

मध्यप्रदेश में आना मायके में आना जैसा लगता है-प्रसिद्ध अभिनेत्री सुश्री सुनीता राजवर
प्रसिद्ध अभिनेत्री सुश्री सुनीता राजवर ने कहा कि गुल्लक और पंचायत में काम करते करते वह मध्यप्रदेश की ही हो गई है। यहां की मिट्टी और आबोहवा में घर जैसा लगता है। मध्यप्रदेश में आना मायके में आना जैसा लगता है। एक्टर, प्रोड्यूसर, लेखक और निर्माता को अपने से बांध लेने की खूबसूरती मध्यप्रदेश में है। मध्यप्रदेश से उनका फिल्म का सफर शुरू हुआ है, वह हमेशा प्रदेश की मिट्टी की ऋणी रहेंगीं। मध्यप्रदेश के कलाकार किसी भी मायने में मुंबई के कलाकार से कम नहीं है बल्कि उनसे आगे ही है और जायेगे।

फिल्म की स्क्रिप्ट में आवश्यक सभी एलिमेंट मध्यप्रदेश में- निर्देशक श्री विशाल फुरिया
निर्देशक श्री विशाल फुरिया ने कहा कि 2016 और 2017 में सावधान इंडिया के कुछ एपिसोड शूट करने आया था। शूटिंग के दौरान स्थानीय लोगों के व्यवहार ने दिल जीत लिया। फिर उन्होंने मुंबई वापस आकर अपने साथियों को मध्यप्रदेश में फिल्म शूटिंग के अनुभवों को बताया और मध्यप्रदेश में शूटिंग के लिए प्रेरित किया। एक स्क्रिप्ट में जितने एलिमेंट चाहिए वह सब मध्यप्रदेश में है। 

मध्यप्रदेश के स्थानीय कलाकार बहुत मेहनती और अच्छे-सुश्री मोनिशा आडवाणी
एम्मे एंटरटेनमेंट की सुश्री मोनिशा आडवाणी ने कहा कि मध्यप्रदेश में कनेक्टिविटी बहुत अच्छी है। यहां के लाइन प्रोड्यूसर ने यहां अच्छा काम किया है, मध्यप्रदेश के स्थानीय कलाकार बहुत मेहनती और अच्छे है। फिल्मांकन का अनुभव अच्छा रहता है, घर जैसा माहौल मिलता है साथ ही मध्यप्रदेश शासन के सहयोगी वातावरण और फिल्म पर्यटन नीति के आकर्षक सब्सिडी इसके प्लस प्वाइंट हैं। इस तरह से न सिर्फ देश के बल्कि अंतर्राष्ट्रीय फिल्म निर्माता और निर्देशक भी मध्यप्रदेश की ओर आकर्षित हों रहे है। 

मध्यप्रदेश के कलाकारों के साथ काम करना फिल्म निर्माताओं का सौभाग्य- लेखक और गायक श्री किरकिरे
 लेखक, गायक, संगीतकार एवं अभिनेता श्री स्वानंद किरकिरे कहा की भोपाल कलाकारों का शहर है। यह यहां के कलाकारों का नहीं बल्कि फिल्म निर्माताओं का सौभाग्य है कि हम मध्यप्रदेश आकर यहां के कलाकारों के साथ काम करते है। यहां की सांस्कृतिक धरोहर बहुत समृद्ध है। मध्यप्रदेश की माटी की अपनी कहानियां है, जिसे दुनिया के सामने लाने के प्रयास के लिए पर्यटन विभाग के प्रयासों के लिए साधुवाद दिया।