भोपाल : मध्य प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर उपचुनाव में विपक्षी दल कांग्रेस द्वारा उम्मीदवार नहीं उतारने जाने पर सोमवार को नामांकन पत्र वापस लेने के अंतिम दिन केंद्रीय मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के नेता एल. मुरुगन को संसद की ऊपरी सदन के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया। राज्यसभा में मुरुगन के निर्वाचन के साथ ही मध्य प्रदेश से ऊपरी सदन में भाजपा सदस्यों की संख्या आठ हो गई है।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि सोमवार को पर्चा वापस लेने की समय सीमा समाप्त होने के बाद मुरूगन उपचुनाव के लिए एकमात्र उम्मीदवार बचे थे, इसलिए उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया।
इस साल जुलाई में कर्नाटक का राज्यपाल बनने के बाद तत्कालीन केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था, इसी कारण उपचुनाव कराना पड़ा। मुरुगन को जुलाई में केंद्रीय मंत्रिमंडल में केंद्रीय सूचना और प्रसारण, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी राज्य मंत्री बताया गया। इससे पहले वह भाजपा की तमिलनाडु ईकाई के अध्यक्ष थे। नियमों के अनुसार राज्यसभा की सीट खाली होने के छह महीने के भीतर चुनाव कराना आवश्यक होता है। मध्यप्रदेश से राज्यसभा की कुल 11 सीटों में से भाजपा के पास मुरुगन सहित आठ और कांग्रेस के पास तीन सीटें हैं।