भोपालः
कभी शिवराज सरकार में राज्यमंत्री रहे कंप्यूटर बाबा ने 1 अक्टूबर को पद से इस्तीफा देने के बाद अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सरकार को हिंदू धर्म विरोधी बताते हुए बाबा ने शिवराज सरकार पर जमकर हमला बोला है और नर्मदा बचाओ के जरिए मुख्यमंत्री को साधना शुरू कर दिया है. बता दें करीब छह महीने पहले ही कंप्यूटर बाबा को प्रदेश सरकार में राज्य मंत्री बनाया गया था, लेकिन राज्यमंत्री के पद से नाखुश कंप्यूटर बाबा के विधानसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर करने पर शिवराज सरकार काफी असमंजस में फंस गई, जिसके बाद पार्टी से नाराज बाबा ने राज्यमंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया और सरकार के खिलाफ ही मोर्चा खोल दिया.
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23 अक्टूबर से मन की बात शुरू करने जा रहे हैं
इसी कड़ी में अब कंप्यूटर बाबा ने संतों से मन की बात शुरू करने का फैसला लिया है. कंप्यूटर बाबा के मुताबिक वह 23 अक्टूबर से मन की बात शुरू करने जा रहे हैं. पहले दिन वह इंदौर के संतों से वह मन की बात करेंगे. इसके बाद 30 अक्टूबर को ग्वालियर, 4 नवंबर को खंडवा, 11 नवंबर को रीवा और 23 नवंबर को जबलपुर में संतों के महासम्मेलन में वह मन की बात करेंगे. बाबा के मुताबिक नर्मदा का जो हाल है उसकी सबसे बड़ी वजह सरकार है और वह नर्मदा में बढ़ती गंदगी और धर्म विरोधी कार्यों को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
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गौरक्षा जैसे मुद्दों पर संतों से चर्चा करेंगे
कंप्यूटर बाबा के मुताबिक इस सम्मेलन में वह नर्मदा संरक्षण, जल का शुद्धिकरण, मंदिर निर्माण, हिंदु धर्म की सुरक्षा, गौरक्षा जैसे मुद्दों पर संतों से चर्चा करेंगे. बता दें नर्मदा के विकास और स्वच्छता को लेकर कंप्यूटर बाबा पहले ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल चुके हैं और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को हिंदु धर्म विरोधी बता चुके हैं. बता दें कंप्यूटर बाबा के पद से इस्तीफा देने के बाद प्रदेश सरकार सहित केंद्र सरकार में भी चुनावी माहौल खराब होने का डर है. जिससे सरकार ने मध्यस्थता के लिए स्वामी अवधेशानंद गिरी को इसका जिम्मा सौंपा है.