आम सभा, भोपाल : देशभर के 18 वाणिज्यिक बैंकों के चार अधिकारी संगठनों (AIBOC,AIBOA.INBOC,NOBO).के 4 लाख से अधिक अधिकारी अपनी मांगों को लेकर एक मंच पर इकट्ठा है। अधिकारियों के चारों संगठनों ने आगामी 26-27 सितम्बर 2019 को अपनी जायज मांगों एवं सरकार की बैंकिग विरोधी नीतियों को लेकर दो दिवसीय हडताल पर जाने का निश्चय किया गया है। हडताल में म.प्र. और छ.ग. के लगभग 16 हजार से भी अधिक अधिकारी हिस्सा लेंगे। इस हडताल से म.प्र. एवं छ.ग. में लगभग 4000 से अधिक शाखायें पूर्णतः बंद रहेंगी।
हडताल के कारणों पर प्रकाश डालते हुए सभी संगठनों के प्रतिनिधियों ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि इस हडताल से देश के सभी 18 वाणिज्यिक बैंकों का काम काज प्रभावित होगा। हडताल पर जाना, हम सभी की मजबूरी है। सरकार की हठधर्मिता के कारण बैंकिग उद्योग जगत के अधिकारियों, कर्मचारियों का वेतनमान 01 नवम्बर 2017 से लंबित है। जबकि संगठनों व सरकार की प्रतिनिधि संस्था आई.बी.ए. के मध्य 6 दौर की वार्ता बे-नतीजा रही है। 5 बैंकों के द्वारा सरकार के इशारे पर अभी भी मेन्डेट नही दिया गया। इस सरकार के आने के बाद मर्जर का निर्णय जो कि एक तरफा व बिना सोचे समझे किया जा रहा है, जबकि यह निर्णय देश हित, समाज हित में नही है। इससे रोजगार के अवसर च बैंकिग सुविधा कम हो जायेगी। बैंकिग का कार्य वर्ष 1980 की तुलना में आज करीब 5 गुना बढ़ गया पर स्टाफ 11 लाख की तुलना में 8.50 लाख रह गया है। भर्ती पर रोक लगाई या चतुराई से बैंकिग कार्य को आऊट सोर्स किया जा रहा, जो कि कर्मचारी विरोधी है।
नई एन.पी.एस. पेन्शन स्कीम जो कि शेयर बाजार पर निर्भर है व अनिश्चता से भरपूर है को वापिस लिया जाये। पेन्शनर साथियों की बेहतर पेन्शन को लेकर एक लम्बे समय से संगठन मांग कर रहा है साथ ही फैमली पेन्शन को भी युक्ती संगत बनाया जाए।
संगठन का कहना है कि शासकीय योजनाओं को लाग करना, जनधन खाते खोलना, आम जनता व देश का बैंक बनना, इसके बावजूद कर्मचारियों, अधिकारियों की जायज मांगों को लेकर सरकार का उदासीनता पर हम सभी हैरान है। बिना बैंक को साथ लिए देश को 5 ट्रिलियन की इकोनामी बनाना कैसे संभव होगा।
आज की प्रेस वार्ता में श्री मदन जैन सचिव आई वॉक, श्री संजीब सबलोक महासचिव भारतीय स्टेट बैंक अधिकारी संघ, श्री आशीष तिवारी अध्यक्ष आई. वॉक, श्री राकेश जैन महासचिव नोवो, श्री पोतदार ए.आई.बी.ओ.ए., श्री रंजीत कुमार सेन्ट्रल बैंक, श्री नेगी जी इनवोक, श्री एस.माधवन बैंक ऑफ इंडिया, श्री प्रशान्त इलाहाबाद बैंक, श्री महेश पहलाजानी यूनियन बैंक, श्री संजीव चौबे यूको बैक, श्री के.के. त्रिपाठी केनरा बैंक, इत्यादि बड़ी संख्या में उपस्थित थे।