० लखनऊ में किसी की हत्या करने आया था, अकेले हत्या की वारदात को देता था अंजाम
लखनऊ। यूपी एसटीएफ ने विभूतिखण्ड क्षेत्र में दिनदहाड़े आजमगढ़ के इनामी कांट्रेक्ट किलर सचिन पाण्डेय को मार गिराया। एसटीएफ को सूचना मिली कि बदमाश एमिटी कॉलेज के पुराने कैंपस के पास है। इसके बाद पुलिस और एसटीएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं। मुठभेड़ में पुलिस पर गोली चला दी। जवाबी फायरिंग में इनामी बदमाश सचिन पांडेय को गोली लगी। जिसके बाद उसे लोहिया अस्पताल लाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। बताया जा रहा है हत्या लूट रंगदारी वसूली के दर्जनों मामले दर्ज हैं। एसटीएफ के मुताबिक सचिन सुपारी लेकर हत्या करने की फिराक में लखनऊ आया था। सचिन को तीन गोली लगने का अनुमान लगाया गया है। वहीं शव की तलाशी में 27 हजार 500 रुपए मिले हैं। वहीं शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।
एसटीएफ के एसएसपी राजीव नारायण मिश्र के मुताबिक , सचिन पांडेय पर एक लाख रुपये का इनाम था। वह शार्प शूटर था किसी गैंग के लिए काम नहीं करता था। जिससे हत्या की सुपारी मिलती थी उसके लिए काम करता था। सचिन पर हत्या, लूट रंगदारी वसूली के दर्जनों मामले दर्ज थे। यहां तक कि यूपी से लेकर बिहार तक सचिन पांडे कांट्रेक्ट पर हत्या करता था। सूचना के बाद एमिटी के पास उसे पकड़ा गया जहां उसने पुलिस पर गोली चला दी जिसके बाद हुई मुठभेड़ में उसे गोली लग गई। पुलिस सचिन को लोहिया अस्पताल लेकर गई जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
निजामाबाद कस्बा के निवासी सचिन पांडेय पुत्र दिनेश पांडेय निजामाबाद थाना का हिस्ट्रीशीटर था। वह गैंग बनाकर हत्या व लूट की घटना को अंजाम देता था। पुलिस रिकार्ड में उसका गैंग डी 16 के नाम से पंजीकृत है। उसके गैंग में 11 सदस्य शामिल हैं। सचिन इसी वर्ष जुलाई में जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। शहर कोतवाली क्षेत्र में 17 सितंबर 2013 की रात को सीओ सिटी के हमराही आरक्षी रजनीश को भी गोली मारी थी। सचिन के खिलाफ 22 से अधिक मुकदमा दर्ज है । इसके पास से अवैध प्वांट थ्री जीरो की पिस्टल बरामद हुई है। एसएसपी राजीव नारायण मिश्र ने बताया कि किसी की सुपारी लेकर हत्या करने की फिराक में सचिन लखनऊ आया था।