दलित नेता व गुजरात बडग़ांव विधानसभा क्षेत्र के विधायक जिग्नेश मेवानी जेएनयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष व सीपीआई उम्मीदवार कन्हैया कुमार के प्रचार के लिए बेगूसराय पहुंच गए। कन्हैया कुमार बेगूसराय लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
जिग्नेश मेवानी कन्हैया के पक्ष में घूम-घूम कर लोगों से कन्हौया को वोट देने की अपील कर रहे हैं। जिग्नेश के प्रचार करने का तरीका लोगों को प्रभावित कर रहा है।
गुजरात के रहने वाले जिग्नेश बेगूसराय की स्थानीय बोली में भी बात करने की कोशिश करते है। वह लोगों से कहते हैं कि गोर लागी (प्रणाम करते हैं) कन्हैया को वोट दीजिएगा। मां कसम कन्हैया अच्छा लड़का है, उसको तीन साल से जानते हैं। जिग्नेश ने कन्हैया के पक्ष में ट्वीट कर कहा दाल-भात-चोखा खाएंगे, कन्हैया कुमार को जिताएंगे। ठीक है।
डर से टिकट लौटाने पर अड़े गिरिराज
जिले में जनता ने गठबंधन कर लिया है। जनता की ताकत का ही असर है की बारात तो तैयार बैठी है लेकिन दूल्हा बेगूसराय आने को तैयार नहीं हैं। जनता की ताकत के डर से ही है गिरिराज सिंह अपना टिकट लौटाने पर अड़े हुए हैं। बात -बात पर पाकिस्तान भेजने वाले बेगूसराय आने से कतरा रहे हैं। ये बातें जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने लरुवारा में आयोजित एक सभा में कहीं। उन्होंने कहा कि इस जमीन पर लाल झंडे के संघर्षों का इतिहास रहा है। इस झंडे को थाम कर वे लोगों के बीच आए हैं। बेगूसराय की जमीन पर पहले कभी भी सांप्रदायिक आग में लोग नहीं जले थे, लेकिन 2014 के बाद यहां भी तनाव की स्थिति बनी। तब भी कौन लोग उसको रोकने के लिए खड़े थे, इसे पहचानना होगा।